जर्जर मकान ढहाने गयी इंदौर नगर निगम की टीम के साथ विवाद के दौरान बुधवार को भाजपा के स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शहरी निकाय के एक अफसर को क्रिकेट बैट से पीट दिया। आकाश, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं।
इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने के मामले में स्थानीय भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज। न्यायिक हिरासत में जेल भेज भेजे गए।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज हो गई है। इसके बाद आकाश को जेल भेज दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई को होगी।
इंदौर नगर निगम के अधिकारी की बल्ले से पिटाई पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आकाश विजयवर्गीय के साथ ही 10 अन्य लोगों के FIR दर्ज हुई है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 294, 323 506, 147, 148 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
आकाश विजयवर्गीय भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के महासचिव और दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। वहीं इस पूरे मामले पर आकाश विजयवर्गीय को अफसोस नहीं है। आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, हम इस तरह भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करेंगे। 'आवेदन, निवेदन और फिर दना दन' के तहत हम अब कार्रवाई करेंगे।
बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि निगम के अधिकारी ने महिलाओं को घसीटकर घरों से बाहर निकाला था। महिला पुलिस को उनके साथ होना चाहिए था, जब मैं वहां पहुंचा तो लोग गुस्से में थे और अधिकारी को भगा रहे थे। मैं अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रहा हूं।
चश्मदीद लोगों ने बताया कि नगर निगम की टीम गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान को ढहाने पहुंची थी। रहवासियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान शहर के क्षेत्र क्रमांक-तीन के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय भी वहां पहुंच गये और टीम को कथित तौर पर चेतावनी दी कि अगर वह जल्द नहीं लौटी, तो परिणाम के लिये वह खुद जिम्मेदार होगी।
उन्होंने बताया कि भारी हंगामे के बीच विजयवर्गीय के समर्थकों ने नगर निगम टीम के साथ लायी गयी अर्थ मूविंग मशीन की चाबी निकाल ली। इस पर विवाद शुरू हो गया। इस दौरान भाजपा विधायक हाथ में क्रिकेट का बैट लेकर आये और मोबाइल फोन से बात कर रहे एक निगम अधिकारी को बैट से पीटना शुरू कर दिया।
भाजपा विधायक के समर्थकों ने भी इस अधिकारी से मारपीट और गाली-गलौज की। मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। इस घटना के बाद विजयवर्गीय अपने समर्थकों के साथ एमजी रोड पुलिस थाने पहुंच गये।
मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय भाजपा नेता भी पुलिस थाने पहुँच गये। इस बीच, अपने सहकर्मी से भाजपा विधायक की मारपीट से गुस्साये नगर निगम कर्मचारियों ने निगम परिसर में काम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी।