UP Elections 2022: नतीजों से पहले EC पहुंचे भाजपा नेता, बोले धर्मेंद्र प्रधान- हार के डर से हताश हैं अखिलेश यादव
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 9, 2022 17:16 IST2022-03-09T17:13:39+5:302022-03-09T17:16:21+5:30
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आज धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, जी. किशन रेड्डी निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिलने पहुंचे। इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अखिलेश यादव ने जिस भाषा का सार्वजनिक तौर पर प्रयोग किया उससे साफ है कि वह हार से डर गए हैं।

UP Elections 2022: नतीजों से पहले EC पहुंचे भाजपा नेता, बोले धर्मेंद्र प्रधान- हार के डर से हताश हैं अखिलेश यादव
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी और जी किशन रेड्डी ने निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, "आज हम चुनाव आयोग से मिले हैं। यूपी में हार के डर से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हताश हैं।"
Today we've met EC. SP chief Akhilesh Yadav is desperate as he fears defeat in UP. The language he used yesterday is dangerous for democracy. You (Akhilesh Yadav) have won through this election process only so you should accept people's mandate: Union Minister Dharmendra Pradhan pic.twitter.com/WuvAb4s1Cw
— ANI (@ANI) March 9, 2022
उन्होंने आगे कहा, "कल उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। आप (अखिलेश यादव) इस चुनाव प्रक्रिया से ही जीते हैं इसलिए आपको जनादेश स्वीकार करना चाहिए।" बता दें कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के नतीजों से पहले ईवीएम को लेकर हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष ने वाराणसी के अलावा कई जगहों पर ईवीएम बदलने के आरोप लगाए हैं। यही नहीं, समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव भी लगातार ईवीएम बदलने को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।
यादव ने मंगलवार को भाजपा पर "वोट चुराने" की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि समाजवादी पार्टी अयोध्या जीत रही है, इसलिए भाजपा डरी हुई है। चुनाव आयोग के अधिकारी ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहे हैं। बताते चलें कि इस बार उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुआ। राज्य चुनाव के इस सीजन को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।