भाजपा नेता भगवा रंग के कपड़े पहनते लेकिन इसका महत्व नहीं जानते : ममता

By भाषा | Updated: April 14, 2021 22:35 IST2021-04-14T22:35:28+5:302021-04-14T22:35:28+5:30

BJP leaders wear saffron clothes but do not know its importance: Mamta | भाजपा नेता भगवा रंग के कपड़े पहनते लेकिन इसका महत्व नहीं जानते : ममता

भाजपा नेता भगवा रंग के कपड़े पहनते लेकिन इसका महत्व नहीं जानते : ममता

जलपाईगुड़ी/हरिणघाट (पश्चिम बंगाल), 14 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा पर हमला बोलते हुए दावा किया कि उसके नेता भगवा कपड़े पहनते हैं लेकिन उन्हें इस रंग के महत्व के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

जाहिरा तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि कोई भी व्यक्ति दाढ़ी रखकर नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कवि रवींद्रनाथ टैगोर नहीं बन जाता है।

ममता ने दावा किया कि भाजपा को राज्य में कुल 294 सीटों में से 70 सीटें भी नहीं मिलेंगी

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान में "बड़ी संख्या में बाहरी लोगों को" लेकर आयी जिससे राज्य में हाल के दिनों में कोविड मामलों में वृद्धि हुयी।

ममता ने नादिया जिले के हरिणघाट में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भाजपा नेता यह जताने के लिए भगवा कपड़े पहनते हैं कि वे इस रंग के लिए प्रतिबद्ध हैं। क्या वे भगवा के महत्व को जानते हैं? इसका मतलब बलिदान है। लेकिन उनकी एकमात्र इच्छा लोकतंत्र की हत्या है।"

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक झगड़े सामान्य बात है लेकिन लोकतंत्र का ही गला घोंट देना उचित नहीं होगा।

ममता ने कहा, "मुझे 24 घंटों के लिए प्रचार करने से रोक दिया गया था। मैंने क्या गलत किया था? मैंने अल्पसंख्यकों को एकजुट होकर वोट देने को कहा था। मैंने हिंदुओं से भी यह कहा। रोक के कारण मुझे चार सभाओं को रद्द करने के लिए बाध्य होना पड़ा।’’

उन्होंने कहा, "मैं पिछले एक महीने और 10 दिनों से पैर की चोट से परेशान हूं। लेकिन इसके बाद भी मैंने आराम नहीं किया। चोट के कारण मैं चुनाव प्रचार नहीं कर पा रही हूं।"

ममता ने कहा, ‘‘मैं उन लोगों के खिलाफ लड़ रही हूं जिन्हें नहीं मालूम कि संस्कृति क्या है। बांग्ला हमारे लिए सब कुछ है। बंगाल हमारी मातृभूमि है, हमारी कर्मभूमि है। मैं आपसे (लोगों से) बंगाल के सम्मान की रक्षा के लिए अपील करती हूं। बंगाल को दूसरा गुजरात नहीं बनने दिया जा सकता है।’’

उन्होंने कहा कि दाढ़ी बढ़ाकर कोई रवींद्रनाथ टैगोर नहीं बन जाता है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना यह टप्पणी की।

ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा धर्म की बात करती है लेकिन दंगों की साजिश रचती है जबकि पश्चिम बंगाल में विभिन्न धर्मों के लोग शांति से रहते हैं।

उन्होंने कहा, "कभी मुझे हिंदू कहा जाता है और कभी मुस्लिम। मुसलमान दुर्गा पूजा समारोह में भाग लेते हैं वहीं हिंदू मुस्लिम धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं। भाजपा के विपरीत, हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते हैं।"

इससे पहले ममता ने जलपाईगुड़ी जिले के डाबग्राम-फुलबाड़ी में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में किए गए इस दावे का उपहास किया कि भाजपा ने 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव के चार चरणों में ही 100 सीटें जीत ली है।

ममता ने कहा, " मैं कह सकती हूँ कि चुनाव समाप्त होने के बाद, भाजपा को कुल 294 सीटों में से 70 सीटें भी नहीं मिलेंगी"

ममता ने दावा किया कि भाजपा ऐसे अन्य राज्यों से लोगों को ला रही है जहां महामारी फैली हुयी है और इससे कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, "ये लोग राज्य में कोविड ​​फैलाएंगे और फिर चले जाएंगे। पिछले साल जब कोविड की स्थिति थी तो भाजपा के किसी भी नेता को राज्य में आने की सुध नहीं थी"

ममता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में टिप्पणी की कि क्या उन्हें (ममता को) "चायवाला" नापसंद है। यह टिप्पणी जाहिर तौर पर प्रधानमंत्री के संदर्भ में थी।

ममता ने कहा, "मुझे चायवाले पसंद हैं और वे मुझसे प्यार करते हैं। मुझे चाय बागानों के कामगार बहुत पसंद हैं और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा बंद चाय बागानों को फिर से खुलवाने का वादा करती है और फिर उन्हें भूल जाती है।

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Web Title: BJP leaders wear saffron clothes but do not know its importance: Mamta

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