लाइव न्यूज़ :

पुजारी मौत मामले में भाजपा नेताओं का धरना समाप्त, दौसा में होगा अंतिम संस्कार

By भाषा | Updated: April 11, 2021 17:18 IST

Open in App

जयपुर, 11 अप्रैल दौसा जिले में एक पुजारी की मौत के मामले में जयपुर में भाजपा नेताओं का शव के साथ चार दिनों से जारी धरना रविवार को भाजपा नेताओं और सरकार के बीच हुई वार्ता में मांगें मान लिए जाने के बाद समाप्त हो गया है।

सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने बताया कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच सहमति के बाद रविवार को धरना समाप्त कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि सहमति के अनुसार पुजारी की मौत प्रकरण की जांच संभागीय आयुक्त करेंगे और 30 अप्रैल तक वह अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इस संबंध दर्ज दो मामलों की जांच पुलिस महानिरीक्षक करेंगे।

उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त की जांच की रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से मुख्यसचिव, पुलिस महानिदेशक, एसीएस (गृह), जयपुर पुलिस आयुक्त, दौसा पुलिस अधीक्षक, दौसा जिला कलेक्टर और भाजपा प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अशोक लाहौटी, शामिल थे।

उन्होंने बताया कि मंदिर माफी की जमीन को लेकर एक कमेटी बनायी जायेगी जो सरकार को सुझाव देगी कि क्या कानून में बनाया जाये।

धरने का नेतृत्व कर रहे भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोडी मीणा ने बताया कि सरकार से पुजारी की मंदिर माफी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री सहित विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद रविवार को धरना समाप्त कर दिया गया। पुजारी के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि हमारी मांग थी की राज्य में 30 हजार बीघा जमीन मंदिर माफी की है उसमें से 18 हजार बीघा पर अतिक्रमणियों का कब्जा है जिसके चलते कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। पुजारी की हत्या हो रही है। इसके लिये एक सख्त कानून बनाया जाये ताकि जमीनों पर कब्जा ना हो।

उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त दस दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से सहमति बनने के बाद सिविल लाईंस से (धरना स्थल) को खाली कर दिया गया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने बताया कि सरकार और भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के बाद रविवार को धरना समाप्त कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि राज्य में 18,000 बीघा मंदिर माफी की जमीनों पर कई जगह कब्जे के बाद उनपर भूमाफियाओं की नजर है और इस तरह की घटनाओं में पिछले छह महीनों में चार पुजारियों की मौत हो चुकी है।

इससे पूर्व राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी इस बारे में मुख्य सचिव, गृह सचिव व पुलिस महानिदेशक से तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने को कहा।

उल्लेखनीय है कि दौसा के महुआ में अस्थमा बीमारी से पीड़ित एक पुजारी की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने उसकी जमीन की रजिस्ट्री को रद्द करवाने, मंदिर माफी जमीन पर अतिक्रमण हटाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर महुआ में उसके शव के साथ धरना प्रदर्शन शुरू किया। धरने में बाद में भाजपा नेता भी शामिल हो गये। नेताओं ने जयपुर के सिविल लाईंस फाटक पर पुजारी के शव के साथ गत बृहस्पतिवार को धरना शुरू किया था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतटीचर से लेकर बैंक तक पूरे देश में निकली 51,665 भर्तियां, 31 दिसंबर से पहले करें अप्लाई

भारतगोवा अग्निकांड पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया दुख, पीड़ितों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

भारतGoa Fire Accident: अरपोरा नाइट क्लब में आग से 23 लोगों की मौत, घटनास्थल पर पहुंचे सीएम सावंत; जांच के दिए आदेश

भारतगोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर विस्फोट में रसोई कर्मचारियों और पर्यटकों समेत 23 लोगों की मौत

पूजा पाठPanchang 07 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

भारत अधिक खबरें

भारतEPFO Rule: किसी कर्मचारी की 2 पत्नियां, तो किसे मिलेगी पेंशन का पैसा? जानें नियम

भारतरेलवे ने यात्रा नियमों में किया बदलाव, सीनियर सिटीजंस को मिलेगी निचली बर्थ वाली सीटों के सुविधा, जानें कैसे

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल