बलिया (उत्तर प्रदेश), 12 जुलाई भाजपा की उत्तर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने पंचायत चुनाव को लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि भाजपा ने 'पार्टी विद डिफरेंस' के सिद्धांत को समाप्त कर दिया है और अब यह अटल बिहारी वाजपेयी वाली भाजपा नहीं रही।
सिंह ने सोमवार को जिले के नगरा क्षेत्र में संवाददाताओं से बातचीत में राज्य की योगी सरकार को असहज करने वाला बयान दिया। उन्होंने पंचायत चुनावों में सत्ताधारी दल द्वारा धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि इन चुनावों में अनैतिक रास्ते तय किये गये।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में ऐसी स्थिति हुई कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के सामने से वोट छीनने की घटना हुई। लखीमपुर खीरी में एक महिला की साड़ी खींचने की घटना द्रोपदी के चीरहरण कांड की याद दिलाती है।
पूर्व विधायक ने इटावा में पुलिस अधीक्षक के साथ हुई मारपीट की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी घटना लोकतंत्र के लिए खतरा है। उन्होंने भाजपा सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अनैतिक रास्ते से चंद दिनों के लिए महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति हो सकती है, लेकिन लम्बे समय तक के लिए इसे सुरक्षित नहीं रखा जा सकता।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी वाली भाजपा है, सिंह ने कहा ''नहीं, यह अटल जी वाली भाजपा नहीं है। हम लोग पहले भाजपा को 'पार्टी विद डिफरेंस' कहते थे। मगर अब भाजपा और अन्य दलों के सिद्धांतों में कोई अंतर नहीं रह गया है।
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