भाजपा ने प.बंगाल में चुनाव से पहले किसानों तक पहुंच बनाने का अभियान शुरू किया
By भाषा | Updated: January 9, 2021 19:44 IST2021-01-09T19:44:26+5:302021-01-09T19:44:26+5:30

भाजपा ने प.बंगाल में चुनाव से पहले किसानों तक पहुंच बनाने का अभियान शुरू किया
(प्रदीप्त तपदार)
कटवा (पश्चिम बंगाल), नौ जनवरी नये कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में किसानों तक पहुंच बनाने के लिए शनिवार को एक नया अभियान शुरू किया और कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने कृषि बजट छह गुना और न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना बढ़ाया है।
नड्डा ने किसानों को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में ‘कृषक सुरक्षा अभियान’ और ‘एक मुट्ठी चावल’ कार्यक्रम शुरू किया जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारों से अधिक काम किया है।
उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री किसान योजना लागू करने के लिए सहमत होने पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वह राज्य के किसानों के बीच तेजी से अपनी जमीन खिसकने का एहसास होने के बाद यह कदम उठाने पर राजी हुई हैं।
उन्होंने ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ योजना को क्रियान्वन को लेकर राज्य सरकार के सहमत होने पर कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए ‘‘अब बहुत देर हो चुकी है।’’
नड्डा ने कहा, ‘‘सत्ता में आने के बाद से, मोदी सरकार ने कृषि पर बजट में छह गुना वृद्धि की है। 2013-14 में कृषि बजट मात्र 22,000 करोड़ रुपये था। आज, यह 1,34,000 करोड़ रुपये है।’’
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट को लागू किया। उन्होंने कहा, ‘‘स्वामीनाथन समिति की सिफारिश के अनुसार एमएसपी केवल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू किया गया है, इसे लगभग 1.5 गुना बढ़ाया गया है।’’
बाद में दोपहर में नड्डा ने ‘‘एक मुट्ठी चावल’’ कार्यक्रम शुरू किया जिसके तहत वह किसानों के घरों से चावल इकट्ठा करेंगे और दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद विपक्ष द्वारा भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ‘‘किसान विरोधी’’ होने के आरोप को खारिज करने के प्रयासों के तहत किसानों को नये कृषि कानूनों के लाभ बताएंगे।
पूर्वी बर्धमान धान का उत्पादन करने वाला एक प्रमुख जिला है और इसे पश्चिम बंगाल का ‘‘धान का कटोरा’’ भी कहा जाता है।
कोलकाता से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित इस जिले का राज्य में एक विशेष महत्व है क्योंकि इसमें 15 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें से अधिकतर वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस के पास हैं और भाजपा राज्य में सरकार बनाने के लिए उन पर जीत दर्ज करना चाहती है।
बर्धमान पूर्व से लोकसभा क्षेत्र से सांसद सुनील कुमार मंडल हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
जगदानंदपुर में ‘कृषक सुरक्षा ग्राम सभा’ में नड्डा का संबोधन इस तरह की 40,000 सभाओं की शुरुआत का प्रतीक था जिसका आयोजन विधानसभा चुनाव से पहले अब से कुछ महीने में पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा किया जाना है।
पश्चिम बंगाल में 71.23 लाख किसान परिवार हैं, जिनमें से 96 प्रतिशत छोटे और सीमांत हैं।
नड्डा ने पीएम किसान योजना को लागू करने के लिए सहमत होने को लेकर बनर्जी पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वह इसके लिए तब तैयार हुईं जब उन्हें यह अहसास हुआ कि उनकी पार्टी का राज्य में किसानों के बीच आधार तेजी से कम हो रहा है। नड्डा ने कहा कि एक बार सत्ता में लाने के बाद भाजपा राज्य के किसानों को न्याय दिलाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह जानने के बाद ही यह योजना के लिए तैयार हुई कि ‘‘केंद्रीय योजनाओं से वंचित होने पर किसानों का गुस्सा राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार का सफाया कर देगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी सरकार इतने लंबे समय के बाद पीएम किसान सम्मान निधि को लागू करने के लिए सहमत हुई क्योंकि उसे एहसास हुआ कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का आधार तेजी से कमहो रहा है।’’
नड्डा ने अभियान की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘लेकिन, मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि तृणमूल कांग्रेस सरकार के लिए पहले ही बहुत देर हो चुकी है।’’
उन्होंने दावा किया कि लगभग 70,000 परिवार बंगाल में पीएम-किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं उठा सके। उन्होंने कहा, ‘‘ममता जी अब इसके कार्यान्वयन को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिख रही हैं क्योंकि चुनाव निकट आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बंगाल में सरकार बनाएंगे और बंगाल में हमारे किसानों को लाभ उठाने में मदद करेंगे। हम आयुष्मान भारत योजना को भी राज्य में लागू करेंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि निकट भविष्य में, जब भाजपा अगली सरकार बनाएगी तो 4.66 करोड़ लोगों को बंगाल में स्वास्थ्य कार्यक्रम आयुष्मान भारत का लाभ मिलेगा।
तृणमूल कांग्रेस सरकार ने कार्यक्रम का एक वर्ष से अधिक समय तक विरोध करने के बाद इस महीने की शुरुआत में राज्य में पीएम किसान योजना को लागू करने पर अपना रुख नरम किया था।
नड्डा ने कहा कि कटवा में विशाल किसान रैली साबित करती है कि ममता बनर्जी सरकार के दिन गिने चुने बचे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी ने मेरा जो गर्मजोशी से स्वागत किया है, उससे पता चलता है कि आपने तय कर लिया है कि ममता बनर्जी सरकार को बाहर का दरवाजा दिखाया जाएगा और भाजपा बंगाल में सरकार बनाएगी।’’
नड्डा ने कहा, ‘‘आपकी खुशी और आत्मविश्वास दिखाता है कि जनता सरकार बनाने के लिए हमारे स्वागत के लिए तैयार है।’’
उन्होंने भ्रष्टाचार पर तृणमूल कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि ‘‘मा माटी मानुष’’ का नारा ‘‘तोलाबाजी (जबरन वसूली), तुष्टीकरण और तानाशाही’’ में बदल गया है।
भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘वे बंगाल में ऐसे स्तर पर उतर गए हैं कि लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए भी कट मनी का भुगतान करना पड़ता है। यह भ्रष्टाचार का वह स्तर है जो वे इस समय बंगाल में कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान राशन प्रदान कर रही थी, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपने घरों को राशन कार्यालयों में तब्दील कर दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां बंगाल में सत्ताधारी पार्टी द्वारा ऐसी लूट की गई।’’
दस दिसंबर को कोलकाता से डायमंड हार्बर के दौरे के दौरान नड्डा के काफिले पर हमले के बाद यह राज्य का उनका पहला दौरा था। 294 सदस्यीय बंगाल विधानसभा का चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है।
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