उत्तराखंड में भाजपा की सरकार में सभी मोर्चो पर विकास हुआ है: शाह
By भाषा | Updated: October 30, 2021 18:25 IST2021-10-30T18:25:05+5:302021-10-30T18:25:05+5:30

उत्तराखंड में भाजपा की सरकार में सभी मोर्चो पर विकास हुआ है: शाह
देहरादून, 30 अक्टूबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में उत्तराखंड ने सभी मोर्चों पर विकास किया है। उन्होंने राज्य की जनता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पार्टी को हर घर में समृद्धि लाने के लिए एक और जनादेश देने का आग्रह किया।
शाह ने यहां बन्नू स्कूल मैदान में एक जनसभा में उत्तराखंड में अपनी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने कार्यकाल के दौरान 85,000 करोड़ रुपये की सड़क और रेल बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं लाए। उन्होंने विपक्षी कांग्रेस को चुनौती दी कि वह यह दिखाए कि उसने अपने समय के दौरान राज्य के लिए क्या किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस 10 साल तक केंद्र में सत्ता में रही। इस दौरान उसने उत्तराखंड के लिए क्या किया? उसे राज्य के लोगों को यह बताना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण के लिए मोदी के विजन के अनुरूप मंदिर और उसके आसपास ऐसे विकास कार्य किए गए जो पहले कभी नहीं देखे गए।
प्रधानमंत्री पांच नवंबर को मंदिर के दर्शन के दौरान केदारनाथ में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
अगले साल की शुरुआत में उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में लोगों को अपनी पसंद के साथ कोई गलती न करने की सलाह देते हुए शाह ने उनसे हर घर में समृद्धि लाने के लिए मोदी-धामी टीम को एक और मौका देने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक बार कहा था कि उत्तराखंड की रचना अटल (बिहारी वाजपेयी) जी द्वारा की गई थी और मोदी जी इसे संवारेंगे। मेरी बात सच हो गई है। पिछले साढ़े चार साल में उत्तराखंड ने सभी मोर्चों पर विकास किया है। इन चुनावों में अपनी पसंद के साथ कोई गलती न करें। भाजपा को आपकी सेवा करने का एक और मौका दें। मोदी-धामी टीम हर घर में समृद्धि लाएगी।’’
उन्होंने कहा कि अगर इस बार लोगों ने अपने फैसले में गलती की, तो राज्य में एक भ्रष्ट सरकार फिर से सत्ता में आ जाएगी।
शाह ने कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर भी निशाना साधा और उन्हें 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले सामने आए उनके ‘स्टिंग वीडियो’ की याद दिलाई, जिसमें उन्हें बागी विधायकों के समर्थन को वापस हासिल करने के लिए एक सौदे पर बातचीत करते हुए कथित तौर पर दिखाया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘जाओ लोगों के पास जाने से पहले अपना स्टिंग वीडियो देख लो।’’
उन्होंने कांग्रेस नेता को डेनिस शराब घोटाले की भी याद दिलाई, जो रावत के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उजागर हुआ था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य के लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकती। उन्होंने इसे एक ऐसी पार्टी के रूप में वर्णित करते हुए कहा, जो "केवल चुनाव के समय धरने, प्रदर्शन और संवाददाता सम्मेलन करते हुए दिखाई देती है।’’
शाह ने आरोप लगाया, ‘‘जब बाढ़ आई तो आप कहां थे? जब उत्तराखंड कोरोना से जूझ रहा था तब आप कहां थे... कांग्रेस एक रैंक, एक पेंशन (पूर्व सैनिकों के लिए) लागू नहीं कर सकी और एक परिवार के चार पीढ़ियों तक सत्ता में होने के बावजूद गरीबों के बैंक खाते नहीं खोल सकी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण में विश्वास करती है और याद दिलाया कि कैसे उत्तराखंड में कांग्रेस के शासन के दौरान मुसलमानों को शुक्रवार को राजमार्गों के बीच में नमाज अदा करने की अनुमति दी गई थी।
शाह ने कहा कि मोदी गरीबों की समस्याओं को समझ सकते हैं, उनके लिए उनका दिल दुखता है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि देश के हर घर में बिजली और रसोई गैस पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2022 के अंत से पहले देश के हर घर को नल का पानी मिलेगा।
उन्होंने उत्तराखंड में हाल में आई प्राकृतिक आपदा से तुरंत निपटने के लिए धामी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने केंद्र के लिए करने के वास्ते शायद ही कुछ छोड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘संकट पर तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए, धामी अयोध्या से अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द करते हुए लौटे और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा शुरू किया। राहत और बचाव अभियान तुरंत शुरू किया गया और एक भी तीर्थयात्री को मरने नहीं दिया। जब मैं स्थिति का जायजा लेने पहुंचा, मुझे एहसास हुआ कि मेरे लिए भी करने के लिए शायद कुछ बचा था।’’
गृह मंत्री ने मुख्य सचिव एस एस संधू और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार की भी प्रशंसा की, जो बारिश प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण में उनके साथ थे।
शाह ने ग्रामीण महिलाओं के लाभ के लिए तीन प्रमुख योजनाओं की शुरुआत की, जिसमें ‘मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना’ भी शामिल है, जो पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं को अपने पशुओं के लिए चारा लाने के लिए लंबी दूरी तय करने की मजबूरी से छुटकारा दिलाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं के घरों तक स्वस्थ चारा उपलब्ध कराएगा और इससे अपने पशुओं के लिए चारा लाने के लिए 8 से 10 किलोमीटर पैदल चलने में लगने वाले उनके समय की बचत होगी। अब वे अपने बच्चों को वह समय दे सकती हैं।’’
उत्तराखंड में प्राथमिक कृषि समितियों का कम्प्यूटरीकरण और एक सहकारी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना शाह द्वारा शुरू की गई अन्य परियोजनाएं थीं।
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