राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने भीड़ हिंसा में मारे गए पहलू खान के खिलाफ ‘‘जानबूझकर’’ मामला दर्ज करवाया था। उन्होंने पहलू खान से जुड़े मामले पर उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया। अदालत ने पहलू और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज मामले को निरस्त कर दिया है।
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भीड़ हिंसा करने वालों के खिलाफ एक बार फिर बयान देना चाहिए। दरअसल, पहलू खान और भीड़ हिंसा की कुछ अन्य घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा करने वालो को असामाजिक तत्व करार दिया था।
मुख्यमंत्री गहलोत ने, ''पहलू खान मामले आया यह फैसला पूरे देश के लिए एक नजीर है।'' उन्होंने कहा कि इस घटना में पहलू खान नाम के व्यक्ति की भीड़ ने पीटपीट कर शक के आधार पर हत्या कर दी थी और जब यह बड़ा मुद्दा बन गया तब तत्कालीन प्रदेश सरकार ने अपनी गलती छुपाने के लिए पीड़ित परिवार पर ही गलत तरीके से मुकदमे दर्ज कर दिए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा जानबूझकर असली मुजरिमों को बचाने के लिए किया गया था, जिसे अदालत ने शर्मनाक करार दिया है।’’