महाराष्ट्र में कांग्रेस व एनसीपी के साथ सरकार बनाने के बाद भी शिवसेना के तेवर में कोई कमी नहीं आ रही है। गठबंधन दलों से वैचारिक मतभेद के बावजूद शिवसेना अलग-अलग मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रख रही है। चाहे वह सावरकर का मामला हो या फिर सीएए का मामला हो। एक बार फिर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि देश में पाकिस्तान व बंग्लादेश से आए अवैध मुसलमानों को देश से बाहर कर देना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले भी सामना के जरिए शिवसेना अपनी राय बेहिचक रखते रही है। महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन होने के बाद शिवसेना ने 'सामना' के संपादकीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की थीं। अखबार में लिखा गया था कि उद्धव ठाकरे और मोदी भाई-भाई हैं।
'सामना' ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए लिखा था, 'महाराष्ट्र की राजनीति में भाजपा-शिवसेना में अन-बन है, लेकिन नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है। इसलिए महाराष्ट्र के छोटे भाई को प्रधानमंत्री के रूप में साथ देने की जिम्मेदारी मोदी की है। प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, सिर्फ एक पार्टी के नहीं होते।'
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए न्योता भी भेजा था। उद्धव ठाकरे ने खुद पीएम मोदी को फोन किया था। हालांकि, पीएम मोदी ने आने में असमर्थता जताते हुए फोन पर ही उद्धव ठाकरे को शुभकामनाएं दीं थीं।