लाइव न्यूज़ :

चीनी दूतावास के कार्यक्रम में वाम दलों के शामिल होने पर भाजपा ने की आलोचना

By भाषा | Updated: July 29, 2021 20:20 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 29 जुलाई चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सौ साल पूरे होने के अवसर पर यहां चीनी दूतावास द्वारा आयोजित किए गए एक डिजिटल कार्यक्रम में वाम दलों के नेताओं की उपस्थिति पर बृहस्पतिवार को विवाद शुरू हो गया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय हितों का विरोध करना और अन्य देशों के साथ वफादारी निभाना वाम दलों की पुरानी परंपरा रही है।

हालांकि, इस आरोप को खारिज करते हुए वाम दलों ने कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले का बचाव किया और कहा कि सरकार भी चीन के साथ कई मुद्दों पर वार्ता कर रही है। वाम दलों ने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्र सरकार की विफलताओं को छिपाने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस विषय को तूल दे रही है।

चीनी दूतावास के मुताबिक उसने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सौ साल पूरे होने के मौके पर 27 जुलाई को एक डिजिटल कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी राजा, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के एस सेंथिलकुमार और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के जी देवराजन शामिल हुए थे और इसमें अपना भाषण भी दिया था।

भाजपा सांसद और पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर जारी तनातनी के बीच इस कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर वाम दलों के नेताओं की कड़ी आलोचना की।

घोष ने कहा कि उन्होंने दशकों तक वाम दलों के विरोध प्रदर्शन को देखा है। जब अमेरिका ने वियतनाम पर हमला किया तो उन्होंने वियतनाम के समर्थन में नारे लगाए थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि रूस और चीन के प्रति उनकी (वाम दलों) निष्ठा है, लेकिन भारत के प्रति नहीं।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी निष्ठा दूसरे देशों के साथ है। वह कहा करते थे कि चीन का अध्यक्ष उनका अध्यक्ष है।’’

वहीं, भाजपा पर पलटवार करते हुए राजा ने कहा कि राष्ट्रीय हितों को लेकर कम्युनिस्टों को कोई पाठ नहीं पढ़ा सकता।

उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेजों और पुर्तगालियों से लड़ाई लड़ने में कम्युनिस्ट सबसे आगे थे। देश की स्वतंत्रता के लिए हम लोगों ने कुर्बानियां दीं...हमें कोई चुनौती नहीं दे सकता। भाजपा की क्या भूमिका थी? अब वह अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए इस मुद्दे को उठा रही है।’’

उन्होंने कहा कि सरकार खुद चीन के साथ कई मुद्दों पर वार्ता कर रही है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतLokmat National Conclave 2025: चुनावों के दौरान मुफ्त की स्कीम देने पर मनोज झा ने दी प्रतिक्रिया, बोले- "चुनाव अब निष्पक्ष चुनाव जैसा नहीं रहा"

भारतBJP ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, जारी किया पोस्टर; लिखा- "तेजस्वी यादव ‘लापता’, ‘पहचान: 9वीं फेल"

क्रिकेटIPL ऑक्शन में इतिहास रचते कैमरन ग्रीन, बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी

क्राइम अलर्टMaharashtra: नौकरी का झांसा देकर महिला से गैंगरेप, पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायत

क्रिकेटक्या धैर्य का फल मीठा होता है?, पृथ्वी साव और सरफराज खान बिके, 7500000-7500000 रुपये में दिल्ली कैपिटल्स और सीएसके से जुड़े

भारत अधिक खबरें

भारतभवानीपुर विधानसभा क्षेत्रः 45,000 मतदाताओं के नाम काटे?, सीएम ममता बनर्जी लड़ती हैं चुनाव, घर-घर जाएगी TMC

भारत3 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की मसौदा मतदाता सूची में 12.32 करोड़ मतदाताओं के नाम, 27 अक्टूबर को 13.36 करोड़ लोग थे शामिल, 1 करोड़ से अधिक बाहर

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

भारतDelhi: 18 दिसंबर से दिल्ली में इन गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल और डीजल, जानिए वजह

भारतYear Ender 2025: चक्रवात, भूकंप से लेकर भूस्खलन तक..., विश्व भर में आपदाओं ने इस साल मचाया कहर