बेंगलुरु: राजनीतिक क्षेत्र अफवाहों से गर्म हो गया है कि भाजपा और जद (एस) आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कर्नाटक में हाथ मिलाएंगे। पिछले हफ्ते विधानसभा में कुमारस्वामी के बयान ने राजनीतिक हलके में दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर उत्सुकता पैदा कर दी थी।
मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा, 'कांग्रेस के साथ हमारे संबंधों के कारण 2019 के लोकसभा चुनाव में हमें सीटें गंवानी पड़ीं। अभी तो बहुत समय बाकी है। हमें राजनीतिक अस्तित्व भी चाहिए।' उन्होंने कहा, 'अगर हम गठबंधन करेंगे तो खुले तौर पर होगा।'
कुमारस्वामी ने 18 जुलाई को बीजेपी द्वारा बुलाई गई एनडीए बैठक के लिए कोई निमंत्रण मिलने से इनकार किया है। हालांकि, उन्होंने कहा, 'अगर मुझे अंतिम समय में भी आमंत्रित किया जाएगा तो मैं वरिष्ठ नेता एचडी देवेगौड़ा से इस पर चर्चा करूंगा और फिर फैसला करूंगा।'
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास आगामी सप्ताह बेंगलुरु में होने वाली सभी विपक्षी दलों की बैठक का निमंत्रण नहीं है।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक ऐसी भी संभावना है कि बीजेपी कुमारस्वामी को केंद्रीय मंत्री बनने और उनके भाई एचडी रेवन्ना को लोकसभा टिकट देने का प्रस्ताव दे। बीजेपी विलय की योजना बना रही है लेकिन जेडीएस गठबंधन चाहती है। जद (एस) के साथ गठबंधन अगले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत बनाएगा और अंततः भाजपा को नुकसान पहुंचाएगा। सूत्रों ने यह भी कहा कि जद (एस) तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि तीन अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा के तीन उम्मीदवार उतरेंगे।