नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर सोशल मीडिया पर भिड़े बीजेपी और कांग्रेस नेता, जानिए किसने क्या कहा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 16, 2023 19:39 IST2023-06-16T19:38:12+5:302023-06-16T19:39:46+5:30
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को अब प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से ही राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस ने जहां इस फैसले को बीजेपी सरकार की संकीर्ण मानसिकता कहा है वहीं बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस एक परिवार से ऊपर सोच ही नहीं पाती।

सोशल मीडिया पर भिड़े भाजपा और कांग्रेस के नेता
नई दिल्लीः दिल्ली स्थित नेहरू मेमोरियल का नाम बदल दिया गया है। अब नेहरू मेमोरियल को पीएम मेमोरियल के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को अब प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से ही राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस ने जहां इस फैसले को बीजेपी सरकार की संकीर्ण मानसिकता कहा है वहीं बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस एक परिवार से ऊपर सोच ही नहीं पाती।
इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'नाम में बदलाव प्रतिशोध और संकीर्णता का नतीजा है। बीते 59 सालों से नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी वैश्विक बौद्धिकता का अहम स्थान और किताबों का खजाना रहा है। पीएम मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के वास्तुकार के नाम और विरासत को विकृत, तिरस्कृत और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे। असुरक्षाओं के बोझ तले दबे एक छोटे कद के व्यक्ति स्वयंभू विश्वगुरु हैं।'
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वो दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं ! नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख़्सियत को कम नहीं किया जा सकता। इससे केवल BJP-RSS की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, 'हिन्द के जवाहर' का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती!"
Classic example of political indigestion- the inability to accept a simple fact that there are leaders beyond one dynasty who have served and built our nation. PM Sangrahalaya is an effort beyond politics and Congress lacks the vision to realise this. https://t.co/jmyNzJPB9a
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 16, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का जवाब देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मैदान में उतरे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक परिवार से ऊपर सोच ही नहीं पाती। जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, "राजनीतिक अपच का उत्कृष्ट उदाहरण। एक साधारण तथ्य को स्वीकार करने में असमर्थता कि एक वंश से परे भी ऐसे नेता हैं जिन्होंने हमारे देश की सेवा की और निर्माण किया है। पीएम संग्रहालय राजनीति से परे एक प्रयास है और कांग्रेस के पास इसे साकार करने के लिए दृष्टि का अभाव है। इस मुद्दे पर कांग्रेस का दृष्टिकोण विडंबनापूर्ण है क्योंकि उनकी पार्टी का एकमात्र योगदान पिछले सभी प्रधानमंत्रियों की विरासत को मिटाना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल एक परिवार की विरासत बची रहे।"
जेपी नड्डा ने आगे कहा, "पीएम संग्रहालय में हर पीएम को सम्मान मिला है। पंडित नेहरू से संबंधित धारा में बदलाव नहीं किया गया है। इसके विपरीत, इसकी प्रतिष्ठा बढ़ा दी गई है। एक ऐसी पार्टी के लिए जिसने भारत पर 50 से अधिक वर्षों तक शासन किया, उनकी तुच्छता वास्तव में दुखद है। यही कारण भी है कि लोग उन्हें नकार रहे हैं।"
बता दें कि 1948 में तीन मूर्ति भवन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास बन गया था। जवाहर लाल नेहरू 16 साल तक इस घर में रहे और यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली। इसके बाद इस तीन मूर्ति भवन को पंडित नेहरू की याद में उन्हें समर्पित कर दिया गया और इसे पंडित नेहरू म्यूजियम एंड मेमोरियल के नाम से जाना जाने लगा। अब केंद्र सरकार ने इसका नाम नेहरू मेमोरियल से बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसाइटी कर दिया है।