बिहार में जहां एक तरफ कोरोना वायरस महामारी का खतरा है, वहीं दूसरी ओर बाढ़ ने लोगों की संकट बढ़ा दी है। इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की रेस्क्यू बोट (नाव) में एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर है।
बिहार में बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण जिले में एक 25 वर्षीय महिला ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की बचाव नौका पर एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद एंबुलेंस के द्वारा मां और बच्ची को पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
बिहार के 10 जिलों की 10 लाख आबादी प्रभावित
बिहार में बाढ़ के कहर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। नेपाल से बिहार में प्रवेश करने वाली नदियों का रुख बदला तो पुल और उसके एप्रोच रोड निशाना बन गए हैं। पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढी और मधुबनी जिलों में सैकडों जगह छोटी-बड़ी सड़कों के ध्वस्त होने के साथ-साथ पुल-पुलिया और एप्रोच रोड टूटने से लाखों की आबादी प्रभावित हुई है। बाढ़ के कहर से अब तक राज्य के 10 जिलों के 10 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं।
बाढ़ के कारण रेलवे ट्रैक को करना पड़ा बंद
बाढ़ के कहर के चलते दरभंगा रेलखंड के बाद अब मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज ट्रैक पर ट्रेनें बंद कर दी गई है। आधा दर्जन ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश के बाद राज्य की सभी नदियां उफान पर हैं। इस बीच बाढ़ की वजह से समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया और कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं।