Bihar voter revision: सांसद गिरिधारी यादव को कारण बताओ नोटिस, जदयू ने कहा-आपकी सार्वजनिक टिप्पणी से पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी

By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 24, 2025 16:33 IST2025-07-24T16:32:56+5:302025-07-24T16:33:43+5:30

Bihar voter revision: अनजाने में विपक्ष द्वारा लगाए गए निराधार और राजनीति से प्रेरित आरोपों को भी बल मिला है।

Bihar voter revision JDU issued show-cause notice MP Giridhari Yadav statement Special Intensive Revision SIR exercise in Bihar | Bihar voter revision: सांसद गिरिधारी यादव को कारण बताओ नोटिस, जदयू ने कहा-आपकी सार्वजनिक टिप्पणी से पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी

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Highlightsसांसद गिरिधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सार्वजनिक टिप्पणियों से न केवल पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है।एसआईआर अभियान ने लोगों खासकर गरीबों को ‘‘थका दिया है।

Bihar voter revision: जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव ने बिहार में मतदाता सूची को लेकर जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का बुधवार को विरोध किया और कहा कि इससे पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठेंगे। इस बीच जेडीयू ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभ्यास पर दिए गए बयान को लेकर पार्टी सांसद गिरिधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में लिखा है कि ऐसे संवेदनशील मामले पर, खासकर चुनावी साल में, आपकी सार्वजनिक टिप्पणियों से न केवल पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है, बल्कि अनजाने में विपक्ष द्वारा लगाए गए निराधार और राजनीति से प्रेरित आरोपों को भी बल मिला है।

यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग को एसआईआर को कम से कम छह महीने तक करना चाहिए ताकि पात्र मतदाताओं को आवश्यक प्रमाण दाखिल करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके और उन लोगों का नाम हटाया जा सके जिनके पास मतदान का अधिकार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि एसआईआर अभियान ने लोगों खासकर गरीबों को ‘‘थका दिया है।

परेशान कर दिया है’’ और ऐसे लगता है कि मानो वे किसी चिकित्सीय आपात स्थिति में हो। यादव ने कहा, ‘‘लोग अभी धान की खेती में व्यस्त हैं। अब उन्हें सभी प्रकार के दस्तावेज़ ढूंढने होंगे और अधिकारियों के पास जमा करने होंगे। उन्हें बहुत परेशानी हो रही है। चुनाव आयोग को एसआईआर के लिए कम से कम छह महीने का समय देना चाहिए और यह प्रक्रिया गर्मियों में करानी चाहिए।’’

उन्होंने सवाल किया कि अगर मतदाता सूची लोकसभा चुनाव के लिए सही थी, तो कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यह गलत कैसे हो सकती है? बांका से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘क्या मुझे गलत मतदाता सूची के आधार पर चुना गया है? इससे पूरी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठेंगे।’’

उन्होंने कहा कि इस ‘‘जल्दबाज़ी’’ वाली प्रक्रिया के कारण बिहार से बाहर रहने वाले लाखों प्रवासी अपने मताधिकार से वंचित हो सकते हैं। एसआईआर को अपनी पार्टी के समर्थन के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि वह एक लोकसभा सदस्य के रूप में अपनी स्वतंत्र राय व्यक्त कर रहे हैं। यादव ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें दस्तावेज़ इकट्ठा करने में 10-11 दिन लगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा बेटा अमेरिका में रहता है...मुझे नहीं पता कि मेरा बेटा अब बिहार में मतदाता होगा या नहीं।’’ दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी, जद (यू) ने एसआईआर का बचाव करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य योग्य मतदाताओं की पहचान करना है ताकि संदिग्ध घुसपैठियों सहित अयोग्य मतदाता मतदान न कर सकें।

गिरिधारी यादव ने बुधवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान दावा किया कि पिछले 11 वर्षों में बिहार को एक भी नयी ट्रेन नहीं मिली, जबकि केंद्र में राजग की सरकार लाने में इस प्रदेश की बड़ी भूमिका है। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के लिए पांच नयी ‘अमृत भारत’ रेलगाड़ियां चलाई हैं।

Web Title: Bihar voter revision JDU issued show-cause notice MP Giridhari Yadav statement Special Intensive Revision SIR exercise in Bihar

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