बिहारः औरंगाबाद में नहीं थमी हिंसा, कई दुकानें की आग के हवाले
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 26, 2018 23:01 IST2018-03-26T23:01:42+5:302018-03-26T23:01:42+5:30
सोमवार को औरंगाबाद में करीब 10 दुकानें हिंसा की भेंट चढ़ गईं। हिंसा को देखते हुए जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया।

बिहारः औरंगाबाद में नहीं थमी हिंसा, कई दुकानें की आग के हवाले
औरंगाबाद, 26 मार्चः रामनवमी के दिन बिहार के औरंगाबाद हुई पथराव की घटना के बाद से पूरे शहर में तनाव फैल गया। यह तनाव दूसरे दिन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान भड़की हिंसा ने शहर के अलग-अलग जगहों पर कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि अब स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
खबरों के अनुसार, सोमवार को करीब 10 दुकानें हिंसा की भेंट चढ़ गईं। हिंसा को देखते हुए जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया, लेकिन स्थिति को सामान्य देखते हुए इसे थोड़ी देर के बाद हटा लिया गया। हालांकि, धारा 144 की अवधि को बढ़ा दिया गया है। प्रशासन ने आम लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है, ताकि शहर-समाज में शांति व्यवस्था कायम रहे।
बताया जा रहा है कि शहर में उपद्रव मचा रहे लोगों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिसके बाद शहर उपद्रवियों के चंगुल से मुक्त हुआ। वहीं, मामला बढ़ते देख औरंगाबाद में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया। अब स्थिति सामान्य हो पाई। हिंसा के दौरान कई शोरूम और दुकानों को निशाना बनाया गया। सड़क के किनारे लगाए गए ठेले और गुमटियों को भी आग के हवाले कर दिया।
भीड़ को शांत कराने और तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। पथराव में डीएम और एसपी समेत अन्य अधिकारी बाल-बाल बचे। जब पुलिस के द्वारा फायरिंग और लाठीचार्ज की गई तब भीड़ तितर-बितर हुई।
इसके अलावा खबर यह भी है कि उपद्रवियों के बीच हुई गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए हैं। यह गोलीबारी नावाडीह और श्री कृष्ण नगर मोहल्ले में हुई। घायल हुए दो युवकों में एक स्थिति ज्यादा गंभीर बताई जा रही है। उसे बेहतर इलाज के लिए गया मेडिकल कॉलेज गया रेफर किया गया है।
आपको बता दें कि रविवार को रामनवमी के अवसर पर एक रैली निकाली गई थी, जिसमें उपद्रवियों ने बाइक रैली पर पत्थरबाजी की थी। इसके बाद माहौल बिगड़ गया था और कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया था।