बिहार के वैशाली जिले में दिखा प्रशासन का अमानवीय चेहरा, कोरोना पॉजिटिव की चिता को अधजला छोड़ा, कुत्ते खाने लगे शव
By एस पी सिन्हा | Published: May 22, 2020 03:11 PM2020-05-22T15:11:24+5:302020-05-22T15:15:45+5:30
कोरोना पॉजिटिव के शव को अधजला छोड़ने और फिर शव को कुत्ते और कौवों के खाने की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है. इससे सरकार और प्रशासन के कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.
पटना:बिहार के वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर से एक अमानवीय घटना सामने आई है। अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक कोरोना पॉजिटिव के शव को कुत्ता और कौवा नोच-नोच कर खाते नजर आये. इलाके के लोगों ने प्रशासन पर लाश फेंकने का आरोप लगाया है. कोरोना पॉजिटिव मरीज के अधजले शव को यूं ही कोनहारा घाट पर फेंक दिया गया, जिसके बाद शव को कुत्ते नोच रहे थे.
घटना से जुड़ी जानकारी सामने आने के बाद प्रशासन में खलबली मच गई और उसके बाद उसे फिर से जलाने का प्रयास किया गया. बताया जाता है कि एक 30 साल का युवक राजेश कुमार पटेढ़ी बेलसर का रहनेवाला था और दिल्ली से लौटा था. दिल्ली से लौटने के बाद उसे हाजीपुर के राजकीय अंबेडकर आवासीय बालिका विद्यालय के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था, जहां बुधवार को उसने खुदखुशी कर ली थी.
उसके खुदकुशी के बाद जब जांच कराई गई तो उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. बताया जा रहा है कि जब गुरूवार की शाम कोनहारा घाट पर राजेश कुमार का अंतिम संस्कार किया गया तो उस वक्त कोई परिजन मौजूद नहीं था. स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन को धता बता शव को अधजले छोड दिया गया. इसके बाद शव को कुत्ते और कौवे नोंच रहे थे.
इस खबर के फैलते ही आनफान में हाजीपुर के कोनहारा घाट पर स्थानीय नगर थाना और स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी शव को देखने पहुंए गए. यह लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं था कि जिस शव को कुत्ता नोच रहा है, वह कोरोना पॉजिटिव का है. लेकिन पुनः उसी अधजले शव को जलाया गया.
ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि शव अगर कोरोना पॉजिटिव का नहीं था तो उसे पुनः जलाया क्यों गया है? यही नही एक बडी गलती यह भी हुई है कि बिना पीपीई किट पहनाए ही दाह संस्कार करा दिया गया. जिस युवक से दाह संस्कार कराया गया वह राजू नाम का युवक है जो हाजीपुर सदर अस्पताल में प्रत्येक दिन शव का पोस्टमार्टम करता है और दूसरा कोनहारा घाट का मालिक है.
बता दें कि बिहार में 11 कोरोना पॉजिटिव लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री लगातार कह रहे हैं कि बिहार में कोरोना को लेकर पुख्ता तैयारी है, लेकिन कोरोना पॉजिटिव के शव का भी सही से दाह संस्कार नहीं किया जा रहा है.