पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जेल से फोन करने का मामला अब और गर्माने लगा है. एनडीए विधायकों को फोन कर उन्हें मंत्री पद देने का ऑफर दिया गया था.
अब एक-एक कर एनडीए के नेता सामने आ रहे हैं और लालू यादव से हुई बातचीत की जानकारी दे रहे हैं. लालू प्रसाद यादव ने एनडीए की सरकार गिराने और महागठबंधन के स्पीकर के लिए वोट देने के लिए भाजपा के साथ-साथ जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी और उनके नेताओं को कॉल किया था, लेकिन दोनों नेताओं से इस बात को छिपाई.
जब भाजपा नेता सुशील मोदी ने इसका खुलासा किया तो अब दोनों नेता भी सामने आए और स्वीकार कर रहे हैं कि उनके पास भी लालू प्रसाद यादव का कॉल आया था. ऐसे में अब यह सवाल उठने लगे हैं कि पहले जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी ने इसका खुलासा क्यों नहीं किया?
आखिर उनके मन में क्या चल रहा था? जीतन राम मांझी आज दावा किया है कि लालू प्रसाद यादव ने कई बार हमारे लोगों को कॉल किया था और कहा था कि मांझी जी से बात करा दीजिए. लेकिन हमने बात नहीं किया. उनका गलत काम करने की नियती रही है.
वहीं, जीतन राम मांझी के बाद मुकेश सहनी ने भी खुलासा किया है कि उनके पास भी लालू प्रसाद का कॉल आया था, लेकिन दोनों के बीच क्या बात हुई उसके बारे में बताने से सहनी ने इनकार किया. सहनी ने कहा कि समय आएगा तो इसका जवाब दिया जाएगा. फिलहाल मुझ पर नीतीश कुमार ने भरोसा जताते हुए मंत्री बनाया हैं. उस जिम्मेवारी को मैं निभाने में जुटा हूं. इस तरह अब यह मामला धिरे-धिरे तूल पकड़ता जा रहा है.