पटनाः बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके बडे़ भाई तेजप्रताप यादव ने आज कोरोना का वैक्सीन ले लिया.
राजद के कृष्ण- अर्जुन कहे जाने वाले दोनों भाइयों ने भारत में बनी हुई वैक्सीन को तवज्जो नहीं दी. दोनों भाइयों ने पटना स्थित मेदांता अस्पताल में स्पूतनिक-वी वैक्सीन लगवाई. यह रूस की वैक्सीन है, जिसे भारत सरकार ने देश में आपात इस्तेमाल की इजाजत दे रखी है. यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना की वैक्सीन नहीं लेने के कारण कई दिनों से लगातार सत्ता पक्ष के लोग इनके ऊपर निशाना साध रहे थे.
सियासी गलियारों में पिछले कई वक्त से इस बात को लेकर चर्चा की जा रही थी कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव कोरोना वैक्सीन क्यों नहीं लगवा रहे हैं? भाजपा और जदयू लगातार ही इस बात पर सवाल उठाते हुए पूछते थे कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि दोनों भाई कोरोना टीका लेने से डरते हैं? या फिर कोई और बात है, जो वह जनता के सामने लाना नहीं चाहते हैं.
इस तरह के कई आरोप, सवाल और अटकलों को हवा मिलती देख दोनों भाइयों ने इसका जवाब सीधे कोरोना वैक्सीन लगवाकर दिया. बिहार में मेदांता ही ऐसा पहला अस्पताल है, जहां विदेशी वैक्सीन लोगों को दी जा रही है. गौरतलब हो कि बीते दिनों बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी सभी विधायकों और जनप्रतिनिधियों से यह अपील की थी कि वह जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगवा लें.
इससे समाज में अच्छा संदेश जाएगा और जनता को भी टीका लेने की प्रेरणा मिलेगी. इसके साथ ही बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र तक सभी विधायकों और जनप्रतिनिधियों को टीका लगाना (कम से कम एक डोज) अनिवार्य है. इसके बाद से लगातार तेजस्वी और तेजप्रताप यादव को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे. अब टीका लेने के साथ ही सभी सवाल थम गए हैं.