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सुधाकर सिंह की बयानबाजी पर सियासी घमासान तेज, पिता जगदानंद चुप, मांझी ने उठाई आवाज, तेजस्वी ने कहा-लालू यादव लेंगे एक्शन

By एस पी सिन्हा | Updated: January 4, 2023 16:31 IST

बिहारः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के संज्ञान में है और एक्शन लेना है।

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ठळक मुद्देतेजस्वी यादव ने सुधाकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं। सियासी घमासान के बीच उनके पिता जगदानंद सिंह चुप हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और हिदुस्तान आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा है कि विरोध करना एक अलग चीज है।

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ राजद विधायक व पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के द्वारा की जा रही बयानबाजी उनपर अब भारी पड़ सकती है। सुधाकर सिंह पर कार्रवाई की मांग उठनी शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।

वहीं तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि बीमार रहने के बावजूद यह मामला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के संज्ञान में है और उन्हीं को एक्शन लेना है। जिस तरह से तेजस्वी यादव ने सुधाकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं। उसके बाद अब चर्चा इस बात की शुरू हो गई है कि क्या तेजस्वी यादव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के हाथों ही उनके बेटे -सुधाकर की सियासी बलि चढ़ाएंगे?

वहीं सुधाकर सिंह की बयानबाजी को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच उनके पिता जगदानंद सिंह चुप हैं। मंत्री पद से बेटे की इस्तीफे के बाद मुश्किल से पार्टी उनकी नाराजगी दूर कर पाई है। ऐसे में तेजस्वी यादव ने जिस तरह के संकेत दिए हैं, संभव है कि जिस तरह बेटे के इस्तीफे की घोषणा उन्होंने की थी, बेटे को पार्टी से निकालने की घोषणा भी उन्हें करना पड़े।

चर्चा है कि जगदानंद के जरिए सुधाकर को एक आखिरी बार समझाया जाएगा, अगर फिर भी वे नहीं मानें तो उन्हें राजद से निष्कासित किया जा सकता है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और हिदुस्तान आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा है कि विरोध करना एक अलग चीज है। सैद्धांतिक विरोध हो, वो किया जा सकता है।

राजनीतिक जीवन में, सामाजिक जीवन में हर जगह विरोध और समर्थन होता है। लेकिन शब्दों की मर्यादा को कम से कम बनाकर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह जबसे मंत्री पद से इस्तीफा देकर गए हैं, तबसे वो भाषाई मर्यादा को ताख पर रख दिए हैं। इसके बाद उनके मन में जो भी आता है वो बोलते रहते हैं।

इसके साथ ही वो अपनी गलती को भी स्वीकार करने को तैयार नहीं होते हैं। इस वजह से गठबंधन को काफी नुकसान हो रहा है। ऐसे में तेजस्वी यादव को इनके ऊपर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। महागठबंधन में एक कोडिनशन कमीटी बननी चाहिए। यदि यह बना होता तो इसमें यह सबकुछ बात होती है और इस तरह की कोई भी बात नहीं होती। 

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