बिहारः दो माह के अंदर 30 रुपये की बढ़त, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव बोले-काले कृषि कानूनों का असर दिखेगा 2-4 साल बाद, क्या आप इससे खुश है?
By एस पी सिन्हा | Updated: November 1, 2021 15:34 IST2021-11-01T15:33:42+5:302021-11-01T15:34:56+5:30
पेट्रोल-डीजल और खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं. घी से महंगा डीजल है तो करुआ तेल की खुदरा कीमत दो सौ रुपये से अधिक हो गई है. ऐसे में लोग तरकारी कैसे बनाएंगे?

ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढती कीमतों ने रसोई घर का बजट बिगाड़ दिया है.
पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरसों के तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर हमला बोला है.
सरसों तेल की बढ़ी कीमत को लेकर इसके पहले भी लालू यादव ने कहा था कि करुआ(सरसों) के तेल के बीना तरकारी(सब्जी) कैसे बनी! अब राजद प्रमुख ने एक ट्वीट किया है और कृषि कानूनों से इसे जोड़कर तंज कसा है. लालू ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'सरसों के तेल का क्या भाव है?
क्या आप इससे खुश है? रुकिए, तीन काले कृषि कानूनों का विपरीत प्रभाव अभी दो-चार वर्षों बाद और अधिक समझ में आएगा.' इतना ही नहीं इसके साथ लालू ने सरसों के तेल की बोतल की तस्वीर भी साथ में शेयर की है जिसमें तेल की कीमत साफतौर पर नजर आ रही है.
सरसों के तेल का क्या भाव है?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 1, 2021
क्या आप इससे खुश है?
रुकिए, तीन काले कृषि क़ानूनों का विपरीत प्रभाव अभी दो-चार वर्षों बाद और अधिक समझ में आएगा। pic.twitter.com/ihuRLngIEF
दरअसल, सोशल मीडिया पर सरसों तेल की दो बोतलों की तसवीरें एकसाथ वायरल हो रही है. एक ही कंपनी की दो अलग-अलग पैकिंग में 30 रुपये का अंतर दिख रहा है. जुलाई 2021 में तैयार की गई 1 लीटर वाली बोतल में सरसों तेल की कीमत 235 रुपये दिख रही है, जबकि ठीक दो महीने बाद जिस बोतल की पैकिंग की गई है, उसके स्टीकर में 265 रुपये दिख रहा है.
टमाटर, कड़वा तेल, सब्ज़ी, भाड़ा, पेट्रोल, डीजल एवं गैस की रिकॉर्डतोड़ और कमरतोड़ क़ीमतें बढ़ाने पर “अबकी बार महंगाई पर वार” कहने, सुनने, बताने, दिखाने और विश्वास करने वालों को पुरजोर बधाई।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 22, 2021
यानी दो महीने के अंदर ही सरसों तेल की कीमत में 30 रुपये का उछाल आ गया है. लालू यादव ने भी इस तस्वीर को साझा किया है. राजद प्रमुख ने कहा है कि देश में लगातार बढ़ती महंगाई से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने रसोई घर का बजट बिगाड़ दिया है.
जहां सरसों का तेल खुदरा में प्रति लीटर 200 रुपए से ज्यादा को पार कर चुका है. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी का असर आम इंसान की जेब पर पड़ रहा है. यहां बता दें कि इससे पहले भी लालू यादव सरसों तेल की बढ़ते दामों को लेकर सरकार पर हमले करते रहे हैं.
इसके पहले उन्होंने कहा था कि पेट्रोल-डीजल और खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं. घी से महंगा डीजल है तो करुआ तेल की खुदरा कीमत दो सौ रुपये से अधिक हो गई है. ऐसे में लोग तरकारी कैसे बनाएंगे?