तेजस्वी यादव के साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव और भतीजे चिराग पासवान को सीएम देखना चाहते हैं चाचा पशुपति कुमार पारस?, बिहार में सियासी हलचल
By एस पी सिन्हा | Updated: October 4, 2025 15:55 IST2025-10-04T15:54:03+5:302025-10-04T15:55:28+5:30
बिहार चुनाव 2025- रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गई थी।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके और रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान को लेकर बड़ा बयान देकर नया सियासी राग छेड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर उनके भतीजे चिराग पासवान मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होगी। हालांकि पारस ने साफ किया कि उनका यह कदम व्यक्तिगत नाराजगी पर आधारित है, लेकिन परिवारिक रिश्तों को लेकर उनका दृष्टिकोण भी चर्चा का विषय बना हुआ है। मीडिया से बातचीत में पारस ने कहा कि चिराग पासवान मेरे भतीजा हैं। परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री बने तो यह खुशी की बात है। अगर चिराग सीएम बनते हैं तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी। लेकिन, अंततः जनता का ही फैसला होगा। पारस के इस बयान से बिहार में सियासी हलचल मचा हुआ है।
बता दें कि रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गई थी। पशुपति पारस ने अपने समर्थकों के साथ अलग पार्टी बनाकर महागठबंधन का हिस्सा बनने का निर्णय किया, जबकि चिराग पासवान अकेले एनडीए में बने रहे। पारस ने चिराग को अपना खून मानने से भी इनकार कर दिया था, जिससे पारिवारिक संबंधों में तनाव और गहराया।
उधर, महागठबंधन के भीतर अब तक कांग्रेस को छोड़कर सभी दल तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री मान चुके हैं। तेजस्वी यादव ने खुद को भी अगले सीएम के रूप में प्रोजेक्ट किया है। ऐसे में पारस का चिराग पासवान के पक्ष में बयान राजनीति के जानकारों के लिए नई पहेली बन गया है।
सियासत के जानकार इसे बिहार विधानसभा चुनाव के पहले सियासी समीकरण बदलने वाला कदम मान रहे हैं। एनडीए में अपनी पहचान न बनाने के बाद पारस का महागठबंधन में जाना और चिराग को खुश देखना उनकी राजनीतिक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।