बिहार विधानसभा चुनाव 2025ः लफुआ और देशद्रोही कन्हैया कुमार?, भाजपा विधायक उमाकांत सिंह ने कहा-हिम्मत है तो चनपटिया से चुनाव लड़कर दिखाएं, जमानत जब्त करा देंगे
By एस पी सिन्हा | Updated: March 17, 2025 18:10 IST2025-03-17T18:10:15+5:302025-03-17T18:10:59+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव 2025ः कन्हैया कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो कन्हैया यहां से चुनाव लड़कर दिखाएं, जमानत जब्त करा देंगे।

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पटनाः कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के द्वारा रविवार को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से ’पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा की शुरुआत किए जाने के बाद सूबे में सियासत गर्मा गई है। इसी कड़ी में पश्चिम चंपारण के चनपटिया से भाजपा विधायक उमाकांत सिंह ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को लफुआ और देशद्रोही बताते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसे लोगों को ही अपनी पार्टी में शामिल करती है। उन्होंने कन्हैया कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो कन्हैया यहां से चुनाव लड़कर दिखाएं, जमानत जब्त करा देंगे।
उमाकांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिसका अपना कोई अस्तित्व नहीं है, वह पार्टी को क्या मजबूत करेगा? ये देश विरोधी लोग हैं। इनका गांधी के चंपारण में क्या काम है? उमाकांत सिंह से जब कन्हैया कुमार के यात्रा को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस यात्रा से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
यात्रा में कन्हैया कुमार के साथ सिर्फ लफुआ चल रहे हैं। उनका कोई जनाधार नहीं है। उन्होंने कहा कि चंपारण वो धरती है, जहां महात्मा गांधी को छोड़कर जो भी नेता यहां से अपनी यात्रा किए हैं, वो सफल नहीं हो पाए। इसका कारण है कि चंपारण एनडीए का गढ़ है। इसे कोई कन्हैया भेद नहीं पाएगा। महागठबंधन में कन्हैया की एंट्री होती है तो राजद और कांग्रेस दो भागों में बंट जाएगा।
उमाकांत सिंह ने कहा कि कांग्रेस उग्रवादी संगठन से तालमेल रखने वाले लोग हैं। ये देश का विभाजन करने की बात करते हैं। ये सेना पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। ये चाइना को समर्थन देने वाली कम्युनिस्ट पार्टी के लोग हैं। उन्होंने कहा कि जब बिहार में राजद की सरकार थी तो किसी को पलायन की चिंता नहीं थी।
उस समय कांग्रेस का समर्थन भी राजद पर था। तब ये पलायन यात्रा कहां थी? अब बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है, इनके रहते हर विभाग में हर किसी को नौकरी मिली है। बता दें कि पश्चिम चंपारण से शुरू हुई कांग्रेस की यह पलायन रोको नौकरी दो यात्रा 14 अप्रैल तक बिहार के 20 जिलों से होकर गुजरेगी।
कांग्रेस इस यात्रा के जरिए बीपीएससी पेपर लीक के मुद्दे को उठा रही है। इस यात्रा को बिहार की सियासत में कन्हैया की वापसी के तौर पर देखी जा रही है। यात्रा के पहले दिन कन्हैया कुमार ने कहा कि चुनाव को लेकर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।