पटनाः बिहार में जानलेवा कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से अपना पांव पसार रहा है. इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है.
इस तरह राज्य में कोरोना ने 20000 की संख्या पार कर ली है. हर दिन हजार की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 1320 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20173 हो गई है.
आज मिले संक्रमितों में सबसे अधिक राजधानी पटना और भागलपुर के हैं. पटना में आज 242 मरीज मिले हैं. जबकि भागलपुर में 125, पश्चिम चंपारण में 93, सीवान में 90, बेगूसराय में 75 इस तरह से बिहार के सभी जिलों को मिलकर आज जो कोरोना मरीज मिले हैं, उनकी संख्या 1320 है.
राज्य में अबतक 13019 मरीज स्वस्थ भी हुए
राज्य में अबतक 13019 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं. वहीं, आज सुबह से कुल छह मरीजों की मौत हो गई. तीन मरीजों की पटना के एनएमसीएच में मौत हुई है तो वहीं गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में भी दो मरीजों की मौत हो गई है.
भागलपुर में एक कोरोना संदिग्ध मरीज की दवा दुकान पर ही मौत हो गई. राजधानी पटना शहर में इन दिनों कोरोना के मरीज इलाज को तरस रहे हैं. मरीजों को सबसे अधिक परेशानी बेड को लेकर हो रही है क्योंकि शहर के होटल पाटलिपुत्र अशोक व पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स खेल मैदान में बने आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से फुल हो चुके हैं.
मुश्किल से एक से दो मरीज ही भर्ती हो रहे हैं. इस कारण बीते पांच दिनों से जिले के दो दर्जन से अधिक कोरोना मरीज बेड के लिए तरस रहे हैं और वे होम कोरेंटिन में ही रह रहे हैं. डिस्चार्ज होकर लौट रहे मरीजों की मानें, तो होटल में न तो समय पर डॉक्टर आते हैं और न खाने का पैकेट दिया जाता है. इस तरह स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुल रही है.
वहीं पटना के सिविल सर्जन, आरके चौधरी का कहना है कि बेड फुल होने की वजह से होटल पाटलिपुत्र अशोक व पाटलिपुत्र खेल मैदान में नये मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. बेड की क्षमता कम व मरीज अधिक होने से हम लोगों के पास यह परेशानी है. हालांकि जो भी कोरोना के मरीज हैं, उनको एनएमसीएच व पीएमसीएच में भर्ती किया जा रहा है.
आइसोलेशन वार्ड में अव्यवस्था की, तो इस मामले की जांच की जायेगी
रही बात आइसोलेशन वार्ड में अव्यवस्था की, तो इस मामले की जांच की जायेगी. इसबीच, स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो नियमित अपडेट जारी की गई है, उसके मुताबिक पिछले 24 घंटे में राज्य के अंदर 9 और लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही बिहार में अब तक 143 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो गई है.
फिलहाल सूबे में मरने वालों का औसत 0.75 फीसदी है. अनलॉक-1 में कोरोना संकट के बीच पिछले महीने 40 लोगों की मौत हुई थी. इस हफ्ते बिहार में 35 लोगों की मौत हो गई. 6 जुलाई को 7, 7 जुलाई को 1, 8 जुलाई को 2, 9 जुलाई को 9, 10 जुलाई को 2, 11 जुलाई को 7 और 12 जुलाई को 7 लोगों की मौत रिकार्ड की गई है. यानी कि कुल मिलकर इस हफ्ते 35 लोगों की मौत हो गई.
लिहाजा औसतन हर रोज हमारे यहां 5 लोगों की जाना जा रही है. राज्य में सबसे ज्यादा राजधानी पटना में 18 लोगों की मौत हुई है. भागलपुर और दरभंगा में 10-10 लोगों की मौत हुई है. गया, नालंदा, समस्तीपुर में 7 मरीजों की जान गई है. बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, रोहतास और सीवान 6-6 लोगों की मौत हुई है. पश्चिमी चंपारण और सारण जिले में 5-5 मरीजों की मौत हुई है.
इसके आलावा भोजपुर, खगड़िया और वैशाली में 4-4 लोगों ने दम तोडा है. जहानाबाद, कैमूर, नवादा, मुंगेर, सीतामढ़ी और में 3-3 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही अररिया, किशनगंज और मधुबनी में 2-2 मरीजों की जान कोरोना से गई है.
वहीं, अरवल, औरंगाबाद, गोपालगंज, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा और शिवहर में 1-1 मरीज की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में ठीक होने वाले मरीजों का औसत 69.05 फीसदी हो गया है. पिछले 24 घंटे में राज्य में 655 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए.
फिलहाल डॉक्टरों और स्वस्थ्य कर्मियों ने उन्हें होम क्वारंटीइन में रहने का निर्देश दिया है. हालांकि बिहार में कोरोना वायरस के बढते संक्रमण को देखते हुए अब यह कहा जाने लगा है कि इस संक्रमण से शायद ही कोई बच पायेगा क्योंकि इसका आतंक मुख्यमंत्री आवास के बाद राजभवन तक जा पहुंचा है.