बिहारः 'एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया'... लालू यादव ने अपने अंदाज में कसा नीतीश सरकार पर तंज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 5, 2020 12:29 IST2020-01-05T12:29:15+5:302020-01-05T12:29:54+5:30
लालू ने रविवार को एक ट्वीट किया, 'एक गिरगिटिया दूसरा खिटपिटिया...कुल जोड़ मिला के शासन घटिया।' लालू के इस ट्वीट को जेडीयू-बीजेपी की सरकार पर हमले के रूप में देखा जा रहा है।

बिहारः 'एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया'... लालू यादव ने अपने अंदाज में कसा नीतीश सरकार पर तंज
आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव ने अपने अंदाज में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर तंज कसा है। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिखा। लालू ने रविवार को एक ट्वीट किया, 'एक गिरगिटिया दूसरा खिटपिटिया...कुल जोड़ मिला के शासन घटिया।' लालू के इस ट्वीट को जेडीयू-बीजेपी की सरकार पर हमले के रूप में देखा जा रहा है।
इससे पहले लालू ने 2020 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान करते हुए जदयू सरकार के ‘कुशासन’ को लेकर शनिवार को उस पर करारा प्रहार किया। चारा घोटाला मामले के सिलसिले में रांची की एक जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में शासन को ‘जीरो’ नंबर दिया है।
एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 5, 2020
कुल जोड़ मिला के शासन घटिया #2020_हटाओ_नीतीश
उन्होंने नीति आयोग की एक हालिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए यह कहा। राजद और जदयू के बीच पोस्टरों के जरिए हुई हालिया जुबानी जंग के बाद लालू ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘‘ दो हज़ार बीस, हटाओ नीतीश।’’ राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। नीति आयोग द्वारा पिछले साल 30 दिसंबर को जारी सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) सूचकांक रिपोर्ट में राज्य सरकार की ‘बड़ी नाकामी’ को लेकर लालू ने उसकी आलोचना की।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘नीति आयोग और केंद्र सरकार ने नीतीश के कुशासन को पूरे देश मे फिसड्डी साबित करते हुए ज़ीरो...दिया है।’’ लालू ने अपने अंदाज में कहा, ‘‘तनिक उनसे भी चेक कर लो अपने 15 साल का हिसाब। करिएगा या सिर्फ पोस्टर में ही फड़फड़ाइयेगा?’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब पंख ना हो तो उड़ने की ज़िद नहीं करते, बेकार गिर पड़ घायल हो जाएँगे,क्या फ़ायदा।’’
गौरतलब है कि इस सूचकांक में केरल पहले स्थान पर है जबकि बिहार को सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य बताया गया है। यह सूचकांक राज्यों एवं केंद्र शासित क्षेत्रों का सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मानदंडों पर आकलन करता है।