बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान लापरवाही के कई मामले आए सामने, कहीं बिना टीका लिए दिया सर्टिफिकेट, कहीं खाली इंजेक्शन लगा दिया

By एस पी सिन्हा | Updated: June 26, 2021 19:34 IST2021-06-26T19:24:48+5:302021-06-26T19:34:03+5:30

राज्य के सारण जिले में कुछ दिन पहले टीके के नाम पर खाली सीरिंज ही एक व्यक्ति को इंजेक्ट कर दी गई थी। इस मामले पर मची हायतौबा के बीच अब बिना टीका लगावाये ही सर्टिफिकेट जारी करने का मामला सामने आ रहा है।

bihar negligence during corona vaccination, certificate was given without vaccination | बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान लापरवाही के कई मामले आए सामने, कहीं बिना टीका लिए दिया सर्टिफिकेट, कहीं खाली इंजेक्शन लगा दिया

प्रतीकात्मक तस्वीर

Highlightsबिहार में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान कई रोचक मामले सामने आ रहे हैं। सारण जिले में एक व्यक्ति को खाली सीरींज लगा दी गई थी। एकमा सीएचसी में बगैर टीका लगाए ही सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया।

पटनाःबिहार में जारी कोरोना टीकाकरण के बीच लापरवाही के कई मामले भी सामने आने लगे हैं। राज्य के सारण जिले में कुछ दिन पहले टीके के नाम पर खाली सीरिंज ही एक व्यक्ति को इंजेक्ट कर दी गई थी। इस मामले पर मची हायतौबा के बीच अब बिना टीका लगावाये ही सर्टिफिकेट जारी करने का मामला सामने आ रहा है।

बताया जाता है कि रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी गांव की 34 वर्षीया कल्पना द्विवेदी ने वैक्सीनेशन के लिए एकमा नगर पंचायत के एकारी प्राथमिक विद्यालय पर 23 जून को स्लाट बुक कराया था। किसी कारणवश टीकाकरण केंद्र पर वह नहीं पहुंच पाईं, लेकिन दो दिन बाद 25 जून को लाभार्थी के मोबाइल पर वैक्सीनेशन सक्सेसफुल का मैसेज के साथ ही सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। 

यह करिश्मा एकमा सीएचसी के द्वारा किया गया, जिसमें बगैर टीका लगाये ही लाभार्थी को सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। इस संबंध में पूछे जाने पर सीएचसी एकमा के चिकित्सा पदाधिकारी डा. अमित कुमार तिवारी ने कहा कि इस तरह की घटना चिंतनीय है। स्थानीय स्तर पर डाटा ऑपरेटर की गलती से ऐसा हुआ है। टीकाकरण से वंचित उक्त महिला को वैक्सीन दी जाएगी। काम के दबाव से डाटा आपरेटर द्वारा मानवीय भूल हो गई है।

खाली इंजेक्शन इंजेक्ट कर दिया था

यहां बता दें कि बुधवार को छपरा शहर के मासूमगंज शहरी स्वास्थ्य केंद्र में टीका लेने आए युवक को नर्स ने खाली इंजेक्शन इंजेक्ट कर दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग ने आरोपित नर्स चंदा देवी को वैक्सीनेशन कार्य से मुक्त कर दिया। वहीं आरोपित नर्स चंदा देवी ने अपनी सफाई में विभाग को बताया है कि टीकाकरण के दौरान काफी भीड़ थी, इसलिए भूल हुई।

कोविशील्ड का टीका लगवाया मैसेज कोवैक्सीन का आया

यही नही जिले के परसा में कोविशील्ड का टीका लगने के बाद मोबाइल पर कोवैक्सीन का टीका लगने का मैसेज लोगों को मिल रहा है। इस संबंध में पीयूष कुमार सिंह ने शुक्रवार को जिलाधिकारी डा. नीलेश रामचंद्र देवरे को आवेदन दिया है। उन्होंने लिखा है कि पीएन कालेज, परसा के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी समेत कई ग्रामीणों ने 23 जून को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परसा पर टीका लिया। कई लोगों को कोविशील्ड का टीका लगाया गया, लेकिन 24 जून को मोबाइल पर जो सर्टिफिकेट आया है, उसमें कोवैक्सीन का टीका लगने की बात कह दूसरी डोज 48 दिन में लेने का आग्रह है। इस संबंध में जब उन्होंने पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से शिकायत की तो उन्होंने कंप्यूटर आपरेटर की गलती बताकर 10-12 दिन में सुधार की बात कही। इस तरह से सारण जिले में कोरोना का टीका लेने में कहीं स्वास्थ्य कर्मी तो कहीं कंप्यूटर कर्मी की गलती से लोग परेशान हो गए हैं।

Web Title: bihar negligence during corona vaccination, certificate was given without vaccination

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