बिहार की राजधानी पटना में हाल में हुई जलभराव और बाढ़ की समस्या को लेकर लोगों का गुस्सा अब शासन और प्रशासन के खिलाफ फूट रहा है। रविवार (13 अक्टूबर) को पटना में शहरवासी उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास के बाहर इकट्ठा हुए और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। लोगों अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे थे।
पटना के राजेंद्र नगर में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का पैतृक आवास बताया जाता है। लोगों ने उनके इसी घर को घेरा। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, लोगों ने आरोप लगाया है कि आपदा आए इतने दिनों में डिप्टी सीएम ने मोहल्ले की समस्या के बारे में जाना तक नहीं।
लोगों का कहना है कि जलजमाव के इतने दिनों बाद भी कीचड़, बदबू और मच्छरों से होने वाली बीमारियां आतंक मचा रही है, जिसमें प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आ रही है। जलभराव की समस्या के कारण सुशील कुमार मोदी को भी परेशान होना पड़ा था। उनके आवास के बाहर पानी भर गया था। बाद में उन्हें उनके आवास से बचाव दल की मदद से निकाल गया था।
बता दें कि पटना में जलजमाव के फजीहत झेल रही नीतीश सरकार की ओर से जांच समिति बनाए जाने की कयासबाजी हो रही है। कहा गया था कि सरकार ने एक जांच समिति का गठन किया है लेकिन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि सीएम नीतीश खुद नगर विकास विभाग की समीक्षा करने वाले हैं, तब तक वे अधिकारी जांच कैसे कर सकते हैं, जिनपर आरोप लगे हैं। सुशील मोदी के बयान के बाद नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने भी जांच समिति की बात से इनकार किया था।