बिहार में कानून-व्यवस्था, सीएम नीतीश पर तेजस्वी यादव का हमला, अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप, मंत्री लेसी सिंह पर बड़ा आरोप
By एस पी सिन्हा | Updated: November 14, 2021 16:08 IST2021-11-14T16:07:08+5:302021-11-14T16:08:24+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया की घटना में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन जब मृतक के परिजन सीधे तौर पर लेसी सिंह और उनके भतीजे पर आरोप लगा रहे हैं तो राज्य सरकार और उनके मुखिया चुप क्यों है?

सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री वाकई गंभीर हैं तो वह इसकी जांच करवाएं.
पटनाः बिहार में लगातार खराब हो रहे कानून-व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को एक बार फिर से निशाने पर लिया है. उन्होंने पूर्णिया के सरसी में कांग्रेस नेता की हत्या व मधुबनी में पत्रकार सह आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता में ही जब आपराधिक छवि के लोग बैठे हैं तो बिहार में अपराध का बढ़ना लाजमी है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया की घटना में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन जब मृतक के परिजन सीधे तौर पर लेसी सिंह और उनके भतीजे पर आरोप लगा रहे हैं तो राज्य सरकार और उनके मुखिया चुप क्यों है?' रिंटू सिंह के परिजन खुद मंत्री लेसी सिंह और उनके भतीजे पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्री और उनके परिजन को नहीं बचाना चाहते हैं तो इसकी जांच कराएं. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को राजद शासनकाल और उनके 15 वर्षों के अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए. इससे उनके भ्रम दूर होने के साथ-साथ मन, दिल और दिमाग के कपाट खुल जाएंगे.
मैंने अनेक बार विधानसभा में सबूत पेश किए हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी गृहमंत्री के नाते मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया, क्योंकि उनके पास जवाब है ही नहीं. उन्होंने कहा कि मुझ पर हत्या के आरोप लगे तो मैंने खुद सरकार से मांग की थी कि वह इसकी जांच कराएं, लेकिन अब मैं कहना चाहता हूं कि अगर लेसी सिंह में इतनी हिम्मत है तो वह सामने आएं और अपने बेगूनाह होने का सबूत दें.
उन्होंने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री वाकई गंभीर हैं तो वह इसकी जांच करवाएं. साथ ही मंत्री लेसी सिंह के फोन की सीडीआर रिपोर्ट निकाली जाए. साफ पता चल जाएगा कि लेसी सिंह और थानेदार के बीच कितनी बार बात हुई है. अगर लेसी सिंह वाकई में इमानदार हैं तो सामने आकर उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
तेजस्वी ने एक बार फिर बिहार पुलिस को जदयू पुलिस बताते हुए कहा कि ये गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार है. अपराधियों के साथ पुलिस भी मिली हुई है इसलिए मामले की सही तरीके से जांच नहीं हो पा रही है. घटना के बाद चीख-चीखकर परिजन आरोपी के खिलाफ सबूत पेश कर रहे हैं, लेकिन फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है.
उन्होंने मोतिहारी में पुलिस कस्टडी में मौत का मामला भी उठाते हुए जदयू के वाल्मीकिनगर से विधायक पर भी हत्या का आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार अच्छे से जानते हैं कि अगर एक एक अपराधी और सत्ता संरक्षित माफिया को ईमानदारी से पकडने लगेंगे तो एनडीए के लगभग सभी नेता, विधायक, मंत्री और स्वयं वो खुद जेल में मिलेंगे.
पूरी सरकार बेउर जेल से चलेगी और हर विधानसभा सत्र में 5-6 बस भरकर इनके नेता और ये खुद सत्र में भाग लेने आएंगे. तेजस्वी ने कहा कि विगत एक वर्ष में वैश्य समाज के 500 से अधिक व्यवसायियों की हत्या हुई. जहरीली शराब से हुई मौत के मामले को भी तेजस्वी ने उठाया.
एनडीए के नेताओं के उपर अपराध के कई मामलों में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का अपने खूनी विधायकों और मंत्रियों पर नियंत्रण नहीं है तो अपराधियों, आपराधिक प्रवृत्ति वाली बिहार पुलिस और शराब माफिया पर कहां से नियंत्रण होगा?