लाइव न्यूज़ :

बिहार: कोरोना के बीच चमकी बुखार का खौफ, आज एक बच्चे की मौत, अब तक 21 बच्चे पीड़ित

By अनुराग आनंद | Updated: May 9, 2020 19:47 IST

बिहार में एकतरफ जहां कोरोना लगातार अपनी पांव पसार रहा है तो दूसरी ओर चमकी बुखार (एईएस) ने भी उत्तर बिहार को दहलाना शुरू कर दिया है।

Open in App
ठळक मुद्देमुजफ्फरपुर में अभी तक इस साल 4 बच्चों की मौत हो चुकी है।दर्जनों बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

पटना: बिहार में मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) में आज एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) के कारण एक बच्चे की मौत हो गई। एईएस से पीड़ित कुल 21 बच्चों को इस साल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 4 की मौत हो गई। इस बात की जानकारी एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार ने दी है।

बता दें कि बिहार में एकतरफ जहां कोरोना लगातार अपनी पांव पसार रहा है तो दूसरी ओर चमकी बुखार (एईएस) ने भी उत्तर बिहार को दहलाना शुरू कर दिया है। ऐसे में बिहार सरकार को कोरोना के साथ साथ चमकी बुखार से भी मुकाबला करना पड़ रहा है। हालांकि सरकार ने इसे रोकने के लिए पूरी तरह से कमर कसकर तैयार रहने की बात कह रही है। बावजूद इसके मुजफ्फरपुर में अभी तक इस साल 4 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि दर्जनों बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

यहां बता दें कि पिछले साल चमकी बुखार से 200 बच्चों के लगभग में मौत हो गई थी। हालांकि इस साल चमकी बुखार को लेकर बिहार सरकार अलर्ट पर है और बिहार सरकार ने सभी जिलों को विशेष तैयारी का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संबंधित जिलों में उच्च पोषक के तौर पर बच्चों के बीच दूध के वितरण का भी आदेश दिया है। उल्लेखनीय है कि एएईएस-जेई के दूसरे सबसे बड़े कलस्टर के रूप में प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर और गया में तैयारी शुरू कर दी गई है।

वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से हुई मीटिंग में गया और मुजफ्फरपुर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद कई तरह के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद वहां तैयारियां की जा रही हैं। बताया जा रहा है कि शिशु रोग विभाग में आईसीयू में निकू और पीकू के पर्याप्त बेड तैयार किये जा रहे हैं। वहीं वायरोलॉजी को छोड़कर बाकी जांच की व्यवस्था एक ही काउंटर से करने की व्यवस्था की गई है।

वायरस की जांच के लिए सैंपल पटना के आरएमआरआई में भेजा जाता है। लेकिन कोरोना अस्पताल घोषित होने की वजह से हरेक तैयारी सतर्कता के साथ की जा रही है। कोरोना इलाज में तैनात डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी शिशु रोग विभाग में नहीं लगाई जा रही है।

अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में अभी से चमकी बुखार का सभी दवा तैयार कर लिया गया है और ऑक्सीजन का भी व्यावस्था कर लिया गया है, जो सामान अस्पताल में उपलब्ध नही है उसकी जानकारी भेज दी गई है। अभी चमकी बुखार का कहर केवल मुजफ्फरपुर में ही देखने को मिल रहा है। लेकिन तैयारियां अधिकतर प्रभावित जिलों में कर ली गई हैं।

टॅग्स :कोरोना वायरससीओवीआईडी-19 इंडियाचमकी बुखारमुजफ्फरपुरबिहार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारतजदयू के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र नारायण यादव 18वीं बिहार विधानसभा के लिए चुने गए निर्विरोध उपाध्यक्ष

भारतबिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- बिहार में किसी तरह का तनाव या विभाजन का माहौल नहीं

भारतबिहार में कई जिलों में 10 फीट तक नीचे गया भूजल स्तर, भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन की मात्रा तय सीमा से ज़्यादा

भारत अधिक खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें