पांच साल बाद सीएम नीतीश लगाएंगे जनता दरबार, 12 जुलाई से शुरुआत, समस्याओं का निपटारा करेंगे
By एस पी सिन्हा | Updated: July 6, 2021 20:12 IST2021-07-06T18:30:01+5:302021-07-06T20:12:52+5:30
कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री सचिवालय में बन रहे जनता दरबार के शेड का मुआयना करने नीतीश कुमार गये थे.

यहां बता दें कि साल 2006 से 2016 तक इसका आयोजन किया जा रहा था.
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से जनता दरबार की शुरुआत करने जा रहे हैं. इसकी शुरुआत 12 जुलाई से की जाएगी.
मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम लंबे समय से बंद था, अब फिर से शुरू किया जा रहा है. सप्ताह में एक दिन सोमवार को मुख्यमंत्री जनता की समस्याओं का निपटारा करेंगे. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री सचिवालय में बन रहे जनता दरबार के शेड का मुआयना करने नीतीश कुमार गये थे.
तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि अब जल्द ही जनता दरबार की शुरुआत होगी. इसे लेकर मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने राज्य के आलाधिकारियों के साथ बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई आवश्यक निर्देश भी दिए. इस बैठक में सभी विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव व अन्य अधिकारी शामिल हुए.
जिलों से बैठक में जिलाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी, डीआइजी और एसपी भी मौजूद थे. इससे पहले सोमवार को मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से इसे लेकर जिलों को पत्र भी जारी किया गया था. मुख्य सचिव की बैठक में यह तय हुआ कि 12 जुलाई से प्रत्येक सोमवार को मुख्यमंत्री का जनता के दरबार लगाया जाएगा. जनता दरबार में मुख्यमंत्री बिहार के लोगों की समस्याओं का निपटारा करेंगे.
यहां बता दें कि साल 2006 से 2016 तक इसका आयोजन किया जा रहा था. जहां लोग अपनी फरियाद और शिकायतों को लेकर आते थे. लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था. जिसके बाद से कई तरह की शिकायतें भी आनी शुरू हो गई थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले अपने आवास एक अणे मार्ग में ही जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन करते थे.
इस दौरान अलग-अलग विभागों के मंत्री और विभागों के बडे अधिकारी मौजूद रहते थे. मुख्यमंत्री आम जनता की कठिनाइयों की सुनवाई के साथ ही समस्याओं का निदान और कार्रवाई के आदेश भी देते थे. जिससे लोगों को जल्द में ही काफी राहत मिलती थी. लेकिन अब एकबार फिर से मुख्यमंत्री बिहार की जनता से रू-ब-रू होंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे ताकि उनकी समस्याओं का हल निकल सके.