नीति आयोग की रिपोर्ट पर भड़के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कहा- काम करने का तरीका ही विचित्र...
By एस पी सिन्हा | Published: October 4, 2021 06:45 PM2021-10-04T18:45:36+5:302021-10-04T18:46:49+5:30
बिहार आबादी के हिसाब से देश में तीसरे नम्बर पर है. उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद बिहार है. लेकिन क्षेत्रफल के हिसाब से बारहवें स्थान पर है.
पटनाः नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा की नीति आयोग किस विषय पर काम कर रहा है? सारे देश को अगर आप एक ही मानकर चल रहे हैं तो यह तो विचित्र बात है.
उन्होंने कहा की बिहार की क्या स्थिति है? बिहार आबादी के हिसाब से देश में तीसरे नम्बर पर है. उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद बिहार है. लेकिन क्षेत्रफल के हिसाब से बारहवें स्थान पर है. आज आज जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि नीति आयोग के काम करने का तरीका ही विचित्र है. सभी राज्यों के लिए एक पैरामीटर पर काम नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि बिहार की स्थिति 15 साल पहले क्या थी, यह सबको मालूम है. राज्य के अंदर स्वास्थ्य सेवा ठप हो चुकी थी. अस्पतालों में जानवर पडे़ रहते थे. लेकिन, अब बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए हर उपाए किये जा रहे हैं और हर कदम उठाये जा रहे हैं. इनमें लगातार और सुधार किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा किे नीति आयोग की रिपोर्ट हैरत पैदा करती है.
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृ्ढ करने के हर सफल प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगे जबकि भी मीटिंग होगी तो वह इस बात को बोलेंगे. नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर बिहार सरकार की तरफ से जवाब भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा की एक स्क्वायर किलोमीटर में जो आबादी है. वह देश में कहीं नहीं है. शायद ही दुनिया के किसी जगह पर है. ऐसी परिस्थिति में बिहार है.
उन्होंने कहा की जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया. एक एक विषय पर हमलोगों ने काम किया है. स्वास्थ्य के बारे में पहले क्या स्थिति थी. 2006 में फरवरी तक हमलोगों ने सर्वेक्षण करा लिया. हमलोग भी क्षेत्र में घूमते थे. हर गरीब परिवार को भोजन से ज्यादा इलाज पर खर्च है. फिर भी इलाज नहीं होता था. यहां के अस्पतालों में कम लोग जाते थे.
उन्होंने कहा कि अब कितने अस्पताल बढे़. कितने मेडिकल कॉलेज बढे़. उन्होंने कहा की आईजीआईएमएस काम नहीं कर रहा था. अब कितना अच्छा काम कर रहा है. भारत सरकार का एम्स बना. नीति आयोग को पता है की हमलोग पीएमसीएच को कितने बडे़ अस्पताल के रूप में कन्वर्ट कर रहे हैं. देश में ऐसा अस्पताल नहीं है. 5400 बेड का अस्पताल बन रहा है.
जिसका काम शुरू हो गया है. तय कर दिया की चार साल के अन्दर यह काम पूरा होगा. प्रधानमन्त्री के जन्मदिन पर 33 लाख टीकाकरण किया. बापू के जन्मदिन पर 30 लाख का टीकाकरण किया गया. लेकिन काम भी देखना चाहिए. यह एक्चुअल अध्ययन नहीं है. इसका उत्तर भी जायेगा. स्पष्ट तौर पर अध्ययन करना चाहिए. उन्होंने कहा की कभी मीटिंग होगी तो हम जरुर कहेंगे.
यहां बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नीति आयोग द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई थी. इस रिपोर्ट में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल बताई गई है. इस मामले में बिहार निचले पायदान पर था. इस रिपोर्ट को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबर्दस्त हमला भी किया गया था.
वहीं, जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से अपनी राय स्पष्ट की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना कराए जाने को लेकर बिहार में सर्वसम्मति है. सभी राजनीतिक दल चाहते हैं कि राज्य में जातीय जनगणना कराई जाए.
हमने केंद्र सरकार से भी इस मसले पर मांग रखी थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दिया गया. उसके बाद नए सिरे से बिहार में सभी दलों के साथ इस पर बातचीत की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में फिलहाल दो सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, इसलिए यह मसला थोडे़ दिनों के लिए एक टल गया है.