Bihar Elections 2020: तेजस्वी यादव ने 17 MLA को किया बेटिकट, 5 विधायकों का विधानसभा बदला, राजद में असंतोष
By एस पी सिन्हा | Updated: October 14, 2020 20:49 IST2020-10-14T20:49:59+5:302020-10-14T20:49:59+5:30
बिहार विधानसभा चुनावः तेजस्वी यादव हर हाल में अधिक से अधिक जीत चाहते हैं. इनमें छह उन विधायकों के टिकट कटे हैं, जिनकी सीटें महागठबंधन में वाम दलों को दे दी गई हैं. शेष 11 विधायकों को पार्टी ने सीट जिताऊ न मानते हुए उनकी जगह दूसरे प्रत्याशियों को उतारा है.

सभी को आश्वस्त किया है कि महागठबंधन को जिताने के लिए मेहनत कीजिए.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने अबतक अपने 17 सीटिंग विधायकों को बेटिकट कर दिया है. यही नहीं 5 विधायकों का विधानसभा ही बदल दिया है.
क्योंकि तेजस्वी यादव हर हाल में अधिक से अधिक जीत चाहते हैं. इनमें छह उन विधायकों के टिकट कटे हैं, जिनकी सीटें महागठबंधन में वाम दलों को दे दी गई हैं. शेष 11 विधायकों को पार्टी ने सीट जिताऊ न मानते हुए उनकी जगह दूसरे प्रत्याशियों को उतारा है. हालांकि, इनमें दो टिकट सीटिंग विधायकों के परिजनों को भी दिये गये हैं. इन विधायकों के बारे में बताया जा रहा है कि जनता से दूरी बनाए रखने के कारण लोगों का भरोसा खो चुके थे. इस बार हारने का खतरा था.
तेजस्वी यादव ने बेटिकट करने वाले विधायकों को इस बार भरोसा नहीं किया कि वह इस बार भी जीत कर सदन में आएंगे. ऐसे में तेजस्वी ने विधानसभा चुनाव में कई नए चेहरों पर भरोसा जताया हैं. जिसके कारण तेजस्वी ने कई विधायकों को बेटिकट कर दिया. उनकी जगह पर नए चेहरों पर भरोसा जताया हैं.
सूत्रों के मुताबिक राजद के इन सीटिंग विधायकों ने अपनी पीड़ा पार्टी आलाकमान तक पहुंचाई है. पार्टी आलाकमान ने हाल ही में 10 नंबर बंगले में अलग-अलग बुलाकर सभी को आश्वस्त किया है कि महागठबंधन को जिताने के लिए मेहनत कीजिए. सरकार बनने पर सभी को एडजस्ट किया जायेगा.
पार्टी ने टिकट से वंचित रह गये विधायकों को संतुष्ट करने के लिए कई तरीके अपनाये हैं. उदाहरण के लिए सहरसा से लवली आनंद को सिंबल वहां के सीटिंग विधायक की मौजूदगी में दिया गया ताकि उसका सकारात्मक संवाद जाये. संभव है कि अब भी दो से तीन बडे नामी राजद नेताओं की सीट बदली जा सकती है.
पांच सिटिंग विधायकों की सीटें बदली गईं हैं, उनमें पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को महुआ के बदले हसनपुर में उतारा गया है. भोला यादव को बहादुरपुर से हटा कर हायाघाट सीट से उम्मीदवार बनाया गया. पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को राजापाकर से हटाकर पातेपुर में उतारा गया है, जबकि यदुवंश यादव को पिपरा के बदले निर्मली सीट दी गई है.
अब्दुल बारी सिद्दीकी को अलीनगर के बदले केवटी से उतारा जायेगा. तेजस्वी ने गोरेयाकोठी से सत्यदेव प्रसाद सिंह, तरैया से मुद्रिका राय, गडखा से मुनेश्वर चौधरी, सहरसा से अरुण यादव, सिमरी बख्तियारपुर से जफर आलम, मखदुमपुर से सूबेदार दास, केसरिया से डॉ राजेश कुमार, बरौली से नेमतुल्लाह, हरिसिद्धि से राजेंद्र कुमार, संदेश से अरुण कुमार और अतरी से कुंती देवी को बेटिकट कर दिया है.
जिन 5 विधायकों का विधानसभा क्षेत्र भी बदल दिया है. इन विधायकों की सीटें माले और सीपीआइ को चली गई हैं. इनमें मोहम्मद नवाज आलम की आरा सीट और संजय कुमार की काराकाट सीट माले को दे दी गी है, जबकि गुलाब यादव की झंझारपुर सीट राजद ने सीपीआइ को दे दी है. वहीं, तेघड़ा के वीरेंद्र कुमार अब जदयू चले गये हैं. यह सीट भी सीपीआइ को दे दी गई है. पालीगंज के विधायक जयवर्धन यादव जदयू में चले गये हैं. यह सीट माले को दे दी गई है. वहीं जदयू से राजद में आये श्याम रजक की फुलवारीशरीफ सीट भी माले को दे दी गई है.