पटनाः आज मौका था रामविलास पासवान के श्राद्ध कार्यक्रम का, जिसमें भाग लेने के लिए देशभर के सभी राजनीतिक दलों के आला नेता पहुंचे थे. राजनीतिक तनातनी के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसमें भाग लेने के लिए पहुंचे थे.
इस दौरान एक ऐसी तस्वीर भी देखने को मिली, जिसमें लोजपा का राजद की तरफ झुकाव और जदयू से अलगाव साफ दिख रहा था. श्राद्ध कर्म में भी उस वक्त राजनीतिक तल्खियां देखने को मिली, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव एक साथ बैठे थे. लेकिन तस्वीर में नीतीश कुमार खुद को अकेला महसूस कर रहे थे. जबकि चिराग पासवान का तेजस्वी यादव की तरफ झुकाव देखने को मिल रहा था.
चुनाव में पहले से ही चिराग नीतीश के धुर विरोधी बने हुए हैं ऐसे में पारिवारिक कार्यक्रम के तस्वीर में तल्खी साफ-साफ देखी जा सकती है. यहां बता दें कि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान इस बार के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर लगातार विरोध करते आ रहे हैं.
बिहार चुनाव में एनडीए ने लोजपा से किनारा कर लिया
जिसके बाद बिहार चुनाव में एनडीए ने लोजपा से किनारा कर लिया और लोजपा को गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस बीच सत्ता के गलियारों में लगातार यह कायस लगाये जा रहे हैं कि अगर बहुमत के आंकड़ों में हेर-फेर की स्थिति बनती है तो राजद लोजपा के साथ भी जा सकती है. हालाकि लोजपा किसके साथ जाएगी ये तो आने वाले समय में पता चलेगा.
लेकिन कार्यक्रम के दौरान लिए गए इस तस्वीर ने बहुत कुछ चुनावी तस्वीर साफ कर दी है. लोजपा नेता चिराग पासवान के प्रति राजद अचानक सॉफ्ट हो गया है. इसके लिए उसने जदयू को भी आडे़ हाथों लिया है. पार्टी ने संकेत दिये हैं कि विधानसभा चुनाव की हार-जीत के बाद आगामी समीकरण में लोजपा तुरुप का पत्ता साबित बन सकती है. हालांकि, राजद ने उनसे हाथ मिलाने के सवाल पर अभी खुल कर नहीं बोला है.
दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान के एनडीए सरकार से पूछे गये सवालों और उठाये गये मुद्दों का समर्थन किया है. फिलहाल भाजपा और जदयू के राजनीतिक आक्रमण का शिकार हो रहे लोजपा नेता चिराग पासवान को एक नये साथी मिलने की उम्मीद बंधी है. हालांकि, चिराग पासवान ने इस संबंध में अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है. दरअसल चिराग के प्रति राजद का सॉफ्ट कॉर्नर अचानक नहीं आया है. इसका सीधा संबंध राजद का जदयू से चल रही तना-तनी है.
इसके अलावा राघोपुर में लोजपा प्रत्याशी उतार कर एनडीए प्रत्याशी को चिराग ने झटका दिया है. इससे राघोपुर में तेजस्वी का रास्ता आसान- सा हो गया है. दरअसल जमुई में हाल ही में हुई रैली के बाद मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने अनौपचारिक रूप में कहा था कि समय आने पर चिराग के साथ हाथ मिलाया जा सकता है.
इस पूरे मामले में राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने सोमवार को बताया था कि चिराग ने जिन मुद्दों को लेकर राज्य की एनडीए सरकार से पूछे थे, उनमें गलत क्या था? बेरोजगारी और पिछडेपन से जुड़े उनके सवालों को तेजस्वी भी उठाते आये हैं. भाजपा और जदयू उनके बारे में गलत टिप्पणी कर रहे हैं. ऐसे में अब यह सहज ही अनुमान लगाया जाने लगा है कि देरे सबेर संभव है कि लोजपा महागठबंधन का हिस्सा बन जाये और तेजस्वी यादव को समर्थन दे दे. आज की तस्वीर से यह और भी स्पष्ट होने लगा है कि चिराग पासवान का झुकाव तेजस्वी यादव की ओर बढ़ा है.