लाइव न्यूज़ :

Bihar assembly elections 2020: जदयू में अति पिछड़ा और यादव पर दांव, 19 टिकट, 7 राजपूत और 10 भूमिहार को सिंबल

By भाषा | Updated: October 8, 2020 22:59 IST

115 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची बुधवार को जारी कर दी। जद(यू) के उम्मीदवारों की सूची में अति पिछड़ा वर्ग को प्रमुखता मिली है। पार्टी ने अति पिछड़ा वर्ग से 19 उम्मीदवारों को टिकट दिया है ।

Open in App
ठळक मुद्देराष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सीटों के बंटवारे के तहत 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये जद(यू) को 122 सीटें मिली थी।जद(यू) ने अपने खाते में से सहयोगी जीतन राम मांझी की हम पार्टी को सात सीटें दी।यादव समुदाय से 19 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। यह समुदाय काफी हद तक लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ रहा है।

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के लिये जारी अपने उम्मीदवारों की सूची में सावधानीपूर्वक जातिगत समीकरण साधने का प्रयास किया है । जद(यू) ने अपनी सूची के जरिये यह संदेश दिया है कि वह सभी वर्गो को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहा है।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सीटों के बंटवारे के तहत 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये जद(यू) को 122 सीटें मिली थी। जद(यू) ने अपने खाते में से सहयोगी जीतन राम मांझी की हम पार्टी को सात सीटें दी। इसके बाद पार्टी ने 115 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची बुधवार को जारी कर दी। जद(यू) के उम्मीदवारों की सूची में अति पिछड़ा वर्ग को प्रमुखता मिली है। पार्टी ने अति पिछड़ा वर्ग से 19 उम्मीदवारों को टिकट दिया है ।

नीतीश कुमार ने पिछले वर्षो में अति पिछड़ा वर्ग को बढ़ावा देने के लिये अनेक कदम उठाये जिसमें ओबीसी के लिये आरक्षण में इस वर्ग के लिये उप कोटा पेश करने सहित कई अन्य कदम शामिल हैं। इस सूची में उल्लेखनीय बात यह है कि यादव समुदाय से 19 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। यह समुदाय काफी हद तक लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ रहा है। यादव समुदाय से आने वाले उम्मीदवारों में वर्तमान विधायक बिजेंद्र प्रसाद यादव, पूनम यादव शामिल हैं ।

हालांकि, इस बार जद(यू) ने नये नेताओं चंद्रिका यादव, जयवर्द्धन यादव ऊर्फ ‘बच्चा’को भी टिकट दिया । यादव समुदाय से इतने उम्मीदवारों को टिकट देने से नीतीश कुमार की रणनीति प्रदर्शित होती है । नीतीश कुमार के राजद का साथ 2015 के विधानसभा जीतने और कुछ समय सरकार चलाने के बाद भाजपा के साथ दोबारा गठजोड़ करने तथा सरकार बनाने को लेकर इस समुदाय में असंतोष बताया जाता रहा है । चंद्रिका राय को परसा सीट से टिकट दिया गया है जो एश्वर्य राय के पिता हैं जिनका विवाह लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव के साथ 2018 में हुआ था ।

लेकिन शादी के छह महीने बाद ही एश्वर्य के पति ने उनका साथ छोड़ दिया था । चंद्रिका राय बिहार में कई बार विधायक रहे हैं और उनके पिता दरोगा प्रसाद राय राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं । जयवर्द्धन यादव उर्फ ‘बच्चा’ ने वर्ष 2015 में राजद के टिकट पर पालीगंज से चुनाव जीता था । वे कुछ महीने पहले जद(यू) में शामिल हुए थे । राजद ने पालीगंज सीट महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के तहत भाकपा-माले को दी है। जद(यू) ने 18 यादव और 11 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देकर राष्ट्रीय जनता दल के ‘मुस्लिम-यादव समीकरण’ में सेंध लगाने का प्रयास किया है ।

जद(यू) ने 12 कुर्मी उम्मीदवारों को टिकट दिया है । इनकी संख्या राज्य की आबादी के लिहाज से कम हैं लेकिन कुमार इसी समुदाय से आते हैं । राज्य में रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण कुशवाह समुदाय माना जाता है और जद(यू) ने इस वर्ग से 15 उम्मीदवारों को टिकट दिया है । राज्य में कुशवाह समुदाय की संख्या अन्य पिछड़ा वर्ग में यादवों के बाद सबसे बड़ी है । रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने इस समुदाय को अपने साथ लाने के लिये काफी प्रयास किया है हालांकि कई कारणों से अभी तक समुदाय को अपने साथ नहीं जोड़ पाये हैं ।

जद(यू) ने 17 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवारों को दी हैं । पार्टी को उम्मीद है कि चिराग पासवान के लोजपा का साथ छूटने के बाद जीतन राम मांझी के सहयोग से दलितों को साथ ला सकेंगे । पार्टी ने अगड़ी जातियों के 19 उम्मीदवारों को टिकट दिया है और यह संदेश देने का प्रयास किया है कि वह हर वर्ग की चिंता करती है ।

अगड़ी जातियों में जदयू ने सात राजपूतों को टिकट दिया है जबकि 10 भूमिहारों को उम्मीदवार बनाया गया है । भूमिहार उम्मीदवारों में जदयू ने मोकामा से राजीव लोचल सिंह को उम्मीदवार बनाया है । राजीव लोचन सिंह की जड़े संघ परिवार से जुड़ी रही हैं और उन्हें इलाके में ‘साधु बाबा’ के नाम से जाना जाता है । राजीव लोचन सिंह को कई बार विधायक रहे बाहुबली अनंत सिंह के खिलाफ टिकट दिया गया है । अनंत सिंह राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं । 

टॅग्स :बिहार विधान सभा चुनाव 2020पटनानीतीश कुमारराष्ट्रीय रक्षा अकादमीआरजेडीमुकेश सहनीजीतन राम मांझी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतलालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव पर ₹356000 बकाया?, निजी आवास का बिजली कनेक्शन पिछले 3 साल से बकाया राशि के बावजूद चालू

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण