पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के तारिखों का ऐलान होने के बाद से बनते-बिगड़ते राजनीतिक समीकरण भी अब तेजी से बदल रहे हैं. पुराने राजनीतिक गठबंधनों का टूटना और नये फ्रंट का बनना भी जारी है.
बिहार चुनाव के पहले सूबे में एक और गठबंधन देखने को मिल सकता है और ये गठबंधन महाराष्ट्र के दल और बिहार के राजनीतिक पार्टियों के बीच हो सकता है. शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी बिहार के चुनावी समर में अपने उम्मीदवार उतार रहे है. चर्चा है कि शिवसेना अब बिहार में पप्पू यादव की पार्टी जाप से गठबंधन कर चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना 40-50 सीटों पर चुनाव लडे़गी, अब तक किसी के साथ गठबंधन के बारे में कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा है कि मैं अगले हफ्ते पटना जाऊंगा. पप्पू यादव सहित स्थानीय पार्टियां हमसे बात करना चाहती हैं.
यहां उल्लेखनीय है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मामले में चौतरफा घिरी शिवसेना अब उनके ही गृह राज्य बिहार में 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बना रही है. बिहार चुनाव के लिए शिवसेना और एनसीपी ने अपने-अपने स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दिया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे. वहीं, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
वहीं, सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार शिवसेना का चुनाव चिह्न 'धनुष बाण' नहीं होगा बल्कि 'तुरहा बजाता आदमी' होगा. चुनाव आयोग से शिवसेना ने इस सिंबल (तुरहा बजाता आदमी) के लिए आग्रह किया था. अब बिहार में शिवसेना के सभी प्रत्याशी इस नए सिंबल के साथ मैदान में उतरेंगे.
इस बीच शिवसेना के बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने पर भाजपा ने तंज कसा है. पार्टी के पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा है कि बिहार में कौन सी शिव सेना चुनाव लड़ने जा रही है, बालासाहेब ठाकरे वाली या सोनिया गांधी के इशारे पर काम करने वाली पार्टी.
आरके सिन्हा ने कहा कि शिवसेना ने अपने उम्मीदवार खडा करने का निर्णय लिया है. स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दी है. इसमें वे नेता भी हैं जिनके नाम पिछले चार महीनों से सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में लोग प्रतिदिन रहे हैं. अब सवाल यह है कि कौन सी शिव सेना चुनाव लडेगी बिहार में. एक बार तो बाला साहेब ठाकरे के समय में भी लड़ ही चुकी है. सभी जगह जमानत जब्त कर मुंबई वापस लौट चुकी है.