पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए बिना किसी का नाम लिए बगैर विपक्षियों के ऊपर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा है कि दूसरे लोगों में दम नहीं है.
कुछ लोग समाज को बांटना चाहते हैं, मैं समाज को एकजुट करना चाहता हूं. अगर एनडीए सरकार का काम पसंद आया हो तो इसे फिर से मौका दीजिये. उन्होंने अपने भाषण में जहां विकास की चर्चा की वहीं लालू-राबड़ी राज पर भी हमला बोला.
नीतीश कुमार ने वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में मतदाता मालिक होती है. अगर हमने काम किया है तो उसका आकलन करिये और उसी आधार पर मतदान करिये. अगर हमने काम किया होगा तो मत दीजिए अगर हमने काम नहीं किया है हमें वोट मत दीजिए. उन्होंने कहा कि आप लोग मालिक हैं लिहाजा नई पीढ़ी को पंद्रह साल पहले के लालू-राबड़ी राज के बारे में बताइए, ताकि लोग पहले और आज की सरकार के बारे में तुलना कर सकें.
सरकार ने दलितों की हत्या होने पर परिवार वालों को नौकरी देने का प्रावधान किया
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने दलितों की हत्या होने पर परिवार वालों को नौकरी देने का प्रावधान किया है. इस पर भी कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं. क्या दलितों का उत्थान वो नहीं चाहते? हमने संविधान में जो अधिकार मिला था, उसे नियम बनाकर लागू किया, इसमें भी उनको परेशानी है. उन लोगों का वोट लेना ही मकसद है. आज तक तो वे लोग सिर्फ वोट लेकर बेवकूफ बनाते रहे.
हमारी सरकार महादलितों के लिए काम कर रही तो कुछ लोगों को परेशानी है. हम वोट की चिंता नहीं करते, सेवा ही हमारा धर्म है. उन्होंने आगे कहा कि आज कल देख रहे हैं कि कुछ लोग बिहार के बारे में आर्टिकल लिख रहे हैं. लेकिन ये नहीं देख रहे कि हमारा विकास दर 10 प्रतिशत से अधिक है.
यह सही है कि कोई बड़ा उद्योग धंधे नहीं लगे, लेकिन छोटे स्तर पर कई उद्योग लगे हैं. हमारे यहां ज्यादा बड़ा उद्योग नहीं लग सकता. हमलोगों ने काफी कोशिश की, लेकिन बिहार में बड़े उद्योगपति नहीं आये. वे लोग समुद्री किनारे वाले राज्यों को पसंद करते हैं, लेकिन आज कल लोग कुछ भी बोलते रहते हैं.
लालू-राबड़ी राज पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले कुछ काम होता था क्या?
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में लालू-राबड़ी राज पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले कुछ काम होता था क्या? पहले आपदा में क्या होता था? आज जो लोग बोल रहे हैं, उनके राज में कुछ होता था क्या? लिस्ट बनते ही रह जाता था, लेकिन पीड़ित परिवार को कुछ नहीं मिलता था.
उन्होंने कहा कि हमारी जब सरकार आई तो हमने कह दिया कि सरकारी खजाने पर पहला हक आपदा पीडितों का है. बिहार में कोरोना संकट हो या फिर बाढ की स्थित हो, हर समय हमारी सरकार ने आपदा पीडितों की सेवा की है. उन्होंने तेजस्वी यादव के रोजगार देने के वायदे पर हमला बोलते हुए कहा कि आज जो लोग प्रवचन दे रहे 15 सालों में कितने नौजवानों को रोजगार दिया था?
सबसे पहले तो उन्हें यह बताना चाहिए. कुछ लोग कह रहे कि पहली कैबिनेट में इतने लाख लोगों को नौकरी देंगे, उनके राज में कैबिनेट की बैठक होती थी क्या....कैबिनेट बैठक की प्रत्याशा में ही निर्णय लिया जाता था. ऐसे लोगों से सचेत रहिए,सिर्फ वोट लेने के लिए इस तरह की बातें की जा रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने दलितों की हत्या होने पर परिवार वालों को नौकरी देने का प्रावधान किया है. इस पर भी कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं. क्या दलितों का उत्थान वो नहीं चाहते? हमने संविधान में जो अधिकार मिला था उसे नियम बनाकर लागू किया इसमें भी उनको परेशानी है, उन लोगों का वोट लेना ही मकसद है.
आज तक तो वे लोग सिर्फ वोट लेकर बेवकूफ बनाते रहे
आज तक तो वे लोग सिर्फ वोट लेकर बेवकूफ बनाते रहे. हमारी सरकार महादलितों के लिए काम कर रही तो कुछ लोगों को परेशानी है. हम वोट की चिंता नहीं करते, सेवा ही हमारा धर्म है. उन्होंने कहा कि हमलोगों ने कानून का राज स्थापित किया है. क्राइम-करप्शन और कंम्यूलिज्म को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते. राष्ट्रीय क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट में बिहार का स्थान 23 वां है. फिर भी लोग तरह-तरह की बात बोलते रहते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल तक पति-पत्नी का राज था. पहले अस्पतालों की क्या स्थिति थी? पति-पत्नी के राज में एक महीने में सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 39 व्यक्ति इलाज के लिए जाते थे. आज क्या स्थिति है...आज हर महीने 10 हजार मरीज हर महीने एक अस्पताल में जाते हैं. उन्होंने कहा कि वे नई पीढ़ी को आगे बढ़ाना चाहते हैं. कुछ लोग समाज में विवाद पैदा करना चाहते हैं. समाज सुधार की बात नहीं करना चाहते हैं. महिलाओं की अपील पर उन्होंने बिहार में शराबबंदी कानून बनाया.
उन्होंने कहा कि सिर्फ विकास नहीं बल्कि न्याय के साथ विकास हुआ है. हर तबके का उत्थान और हर क्षेत्र का विकास एनडीए सरकार में हुआ है. अपने विपक्षियों के ऊपर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं, जो जुबान चलाते हैं. पति-पत्नी और बेटा-बेटी यही परिवार है. ऐसे लोगों से सचेत और सजग रहिये. उन्होंने कहा कि वह नई पीढ़ी को आगे बढ़ाना चाहते हैं. कुछ लोग समाज को बांटना चाहते हैं, मैं समाज को एकजुट करना चाहता हूं.