पटनाः बिहार में सत्ताधारी दल जदयू ने एनडीए के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे अपने 15 नेताओं की प्राथमिक सदस्यता निलंबित करते हुए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. जदयू के महासचिव नवीन आर्या ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.
इन नेताओं में वर्तमान विधायक ददन यादव, पूर्व मंत्री रामेश्वर पासवान, भगवान सिंह कुशवाहा, डॉ रणविजय सिंह, सुमित कुमार सिंह, कंचन कुमारी गुप्ता, प्रमोद सिंह चंद्रवंशी, अरुण कुमार युवा जदयू, तजम्मूल खान, अमरेश चौधरी, शिव शंकर चौधरी, सिंधु पासवान, करतार सिंह यादव, राकेश रंजन, मुंगेरी पासवान शामिल हैं.
यहां बता दें कि सोमवार को भाजपा से बगावत करके लोजपा समेत अन्य पार्टियों से चुनाव लड़ने वाले 9 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. इनमें राजेन्द्र सिंह, रामेश्वर चौरसिया, उषा विद्यार्थी जैसे जाने-माने नाम भी शामिल हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इनके चुनाव मैदान में उतरने से पार्टी की छवि खराब हो रही है.
हालांकि भाजपा ने पहले ही चेतावनी दी थी कि जो कोई भी दूसरे दल से चुनाव लड़ रहे हैं, वे नाम वापसी के अंतिम दिन तक अपना नामांकन वापस ले लें. ऐसा नहीं होने पर पार्टी की ओर से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. सोमवार को पहले चरण के लिए नाम वापसी की तिथि समाप्त हो गई, लेकिन इन 9 में से किसी ने भी अपना नाम वापस नहीं लिया. इसे देखते हुए भाजपा ने सभी नौ नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.