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Bihar Assembly election 2020: बिहार को सौगात, पीएम मोदी ने किया सात परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास, लागत 541 करोड़

By एस पी सिन्हा | Updated: September 15, 2020 15:33 IST

परियोजनाओं की कुल लागत 541 करोड़ रुपये है. आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि छठी मइया के आशीर्वाद से गंदगी से मुक्ति के अभियान में सफलता जरूर मिलेगी. उन्‍होंने कोरोना संकट को लेकर एहतियात बरतने को भी कहा.

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ठळक मुद्देबिहार में शहरी बुनियादी ढांचे से संबंधित सात परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छह कार्यक्रमों में यह तीसरा कार्यक्रम था. चुनाव की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री की दो दर्जन से अधिक वर्चुअल चुनावी रैलियां भी संभावित है.

नई दिल्ली/पटनाः आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सूबे को लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सौगात दे रहे हैं. आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में शहरी बुनियादी ढांचे से संबंधित सात परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.

इनमें से चार परियोजनाएं जलापूर्ति, दो सीवरेज ट्रीटमेंट पसे संबंधित हैं. इन परियोजनाओं की कुल लागत 541 करोड़ रुपये है. आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि छठी मइया के आशीर्वाद से गंदगी से मुक्ति के अभियान में सफलता जरूर मिलेगी. उन्‍होंने कोरोना संकट को लेकर एहतियात बरतने को भी कहा.

यहां बता दें कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छह कार्यक्रमों में यह तीसरा कार्यक्रम था. आगे 18, 21 और 23 सितंबर को भी उद्घाटन व शिलान्यास के कार्यक्रम निर्धारित है. चुनाव की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री की दो दर्जन से अधिक वर्चुअल चुनावी रैलियां भी संभावित है.

नई परियोजनाओं के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं

बिहार की परियोजनाओं का उदघाटन और शिलान्यास करने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शहरी गरीबों, शहरों में रहनेवाले मध्यम वर्ग के लोगों का जीवन आसान बनानेवाली आज शुरू हुई नई परियोजनाओं के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं.

उन्होंने कहा कि आज जिन चार योजनाओं का उद्धाटन हो रहा है, उसमें पटना शहर के बेउर और करमलीचक में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा अमृत योजना के तहत सीवान और छपरा में पानी से जुडे़ प्रोजेक्ट्स भी शामिल है.

योजनाओं के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसके बाद एक दौर ऐसा भी आया जब बिहार में मूल सुविधाओं के निर्माण के बजाय, राज्य के लोगों को आधुनिक सुविधाएं देने के बजाय, प्राथमिकताएं और प्रतिबद्धताएं पूरी तरह बदल गईं.

नतीजा ये हुआ कि राज्य में गवर्नेंस से फोकस ही हट गया

नतीजा ये हुआ कि राज्य में गवर्नेंस से फोकस ही हट गया. जब शासन पर स्वार्थनीति हावी हो जाती है, वोटबैंक का तंत्र सिस्टम को दबाने लगता है, तो सबसे ज्यादा असर समाज के उस वर्ग को पडता है जो प्रताडित है, वंचित है, शोषित है. बिहार के लोगों ने इस दर्द को दशकों तक सहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते डेढ़ दशक से नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी और उनकी टीम समाज के सबसे कमजोर वर्ग के आत्मविश्वास को लौटाने का प्रयास कर रही है. जिस प्रकार बेटियों की पढाई को, पंचायती राज सहित स्थानीय निकाय में वंचित, शोषित समाज की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है.

पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा

अब केंद्र और बिहार सरकार के साझा प्रयासों से बिहार के शहरों में पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है. मिशन अमृत और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत बिहार के शहरी क्षेत्र में लाखों परिवारों को पानी की सुविधा से जोड़ा गया है.

उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों का तो गंगा जी से बहुत ही गहरा नाता है. गंगा जल की स्वच्छता का सीधा प्रभाव करोडों लोगों पर पडता है. गंगा जी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ही बिहार में 6 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं.

गंगा जी को निर्मल और अविरल बनाने का अभियान जैसे-जैसे आगे बढता जा रहा है, वैसे-वैसे इसमें पर्यटन के आधुनिक आयाम भी जुडते जा रहे हैं. बिहार सहित पूरे देश में 180 से अधिक घाटों के निर्माण का काम चल रहा है. इसमें से 130 घाट पूरे भी हो चुके हैं. 

बीमारी बढ़ाने वाले जल से मुक्ति दिलाने के लिए जी जान से काम करते रहेंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छठी मैया के आशीर्वाद से हम बिहार के शहरी और ग्रामीण इलाकों, उनको गंदे जल और बीमारी बढ़ाने वाले जल से मुक्ति दिलाने के लिए जी जान से काम करते रहेंगे. अभी हाल में ही सरकार ने एक डॉल्फिन प्रोजेक्ट की घोषणा की है. इसका बहुत बड़ा लाभ गंगा डॉल्फिन को भी होगा.

पटना से लेकर भागलपुर तक के क्षेत्र का विस्तार डॉल्फिन का निवास स्थान है. इसलिए डॉल्फिन प्रोजेक्ट से बिहार को बहुत लाभ होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौती के बीच बिहार में विकास और सुशासन का अभियान इसी तरह से चलने वाला है.

हम पूरी ताकत, पूरे सामर्थ्य से इसी तरह आगे बढ़ने वाले हैं. लेकिन इसके साथ हर बिहारवासी और देशवासी को संक्रमण से बचाव का संकल्प कभी भी भूलना नहीं है. मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार 'आत्मनिर्भर भारत' के मिशन को गति देने के लिए विशेषकर देश के छोटे शहरों को, भविष्य की जरूरतों के मुताबिक तैयार करना बहुत जरूरी है.

शहरीकरण आज के दौर की सच्चाई है

उन्होंने कहा कि शहरीकरण आज के दौर की सच्चाई है. लेकिन कई दशकों से हमारी एक मानसिकता बन गई थी, हमने ये मान लिया था जैसे कि शहरीकरण खुद में कोई समस्या है, कोई बाधा है. लेकिन मेरा ऐसा मानना नहीं है. अगर कोई समस्या लगती है तो उसमें अवसर भी होता है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब केंद्र और बिहार सरकार के साझा प्रयासों से बिहार के शहरों में पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है. बीते 1 साल में, जल जीवन मिशन के तहत पूरे देश में 2 करोड से ज्यादा पानी के कनेक्शन दिए जा चुके हैं. आज देश में हर दिन 1 लाख से ज्यादा घरों को पाइप से पानी के नए कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद के शुरुआती दिनों में बिहार को बडे़ और विजनरी नेताओं का नेतृत्व मिला. जिन्होंने गुलामी के कारण आई विकृतियों को दूर करने की भरसक कोशिश भी की. बिहार ऐतिहासिक नगरों की धरती है. यहां हजारों सालों से नगरों की एक समृद्ध विरासत रही है.

प्रचीन भारत में गंगा घाटी के इर्द-गिर्द आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से समृद्ध और सम्पन्न नगरों का विकास हुआ. उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के काम में बहुत बडा योगदान बिहार का भी है. बिहार तो देश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर देता है.

भारतीय इंजीनियरों की अपनी अलग पहचान है

बिहार की धरती तो आविष्कार और इनोवेशन की पर्याय रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इंजीनियर्स डे है. भारतीय इंजीनियरों की अपनी अलग पहचान है. वे देश के विकास को गति दे रहे हैं. सभी इंजीनियरों व उनकी निर्माध शक्ति को नमन करता हूं.

यहां बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 10 और 13 सितंबर को बिहार में मत्स्य विभाग और पेट्रोलियम से जुड़ी कई परियोजनाओं का शुभारंभ कर चुके हैं. 13 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने बांका में इंडियन ऑयल का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट उद्घाटन किया. यह प्लांट करीब 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है.

1800 एमटी की एलपीजी भंडारण क्षमता और प्रति दिन 40,000 सिलेंडर की बॉटलिंग क्षमता का है. इससे बिहार के साथ-साथ झारखंड के कई जिलों को लाभ मिलेगा. पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में भी एचपीसीएल के 120 टीएमटीपीए एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का निर्माण का भी उद्घाटन किया.

इसका निर्माण 136.4 करोड रुपए की लागत से किया गया है. इन बड़ी परियोजनाओं के अलावे कई और योजनाओं का उद्घाटन करेंगे. 10 सितंबर को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को मत्स्य, पशुपालन और कृषि विभाग से जुडी 294.53 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी थी.

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