बिहार के बेतिया जिले से गिरफ्तार आईएसआई के गुर्गों ने खुलासा किया है कि बिहार और यूपी में सक्रिय नेटवर्क नेपाल के रास्ते भारत में नए जाली नोट की बड़ी खेप ला रहे हैं और उसे यहां खपाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह सभी नोट पाकिस्तान से लाया जा रहा है. इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसी सतर्क हो गई है.
इस खुलासे के बाद बिहार और यूपी के साथ-साथ देश के तमाम सुरक्षा एजेंसी की निगाहें नेपाल की खुली सीमा पर टिक गई हैं, जहां पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत आ रही 500 और 2000 की फेक करेंसी लाई जा रही है.
सूत्रों की अगर मानें तो बेतिया में गिरफ्तार आईएसआई के गुर्गे, नबी ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया है कि भारत में नकली नोटों का करोबार दुबई में बैठे चाचा उर्फ शफी और नूर मोहम्मद नाम के शख्स देखते हैं. नबी ने बताया है कि बिहार में इन लोगों का जबर्दस्त नेटवर्क है, ये लोग जल्द ही 2000 के जाली नोटों की खेंप भारत में लाने वाले थे. लेकिन अंतिम समय में वह पकड़ा गया, जिससे यह काम रुक गया.
बताया जा रहा है कि पूछताछ में नबी ने बताया है कि 500 और 2000 के जाली नोट तेजी से बाजार में खपाए जा रहे हैं. यहां तक की नोटबंदी के समय भी इन लोगों ने जाली नोटों को खपाने में सफलता पाई थी. पूछताछ में कुछ और भी चौंकाने वाले खुलासे समाने आए.
सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि दिल्ली सहित देश के कई बड़े शहरों में जाली नोट खपाने की तैयारी है और यह तैयारी भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के द्वारा रची गई साजिश है.
इस साजिश में यूपी और बिहार को मुख्य टारगेट बनाया गया है. नोटबंदी से पहले देश में फेक करेंसी नोट होने की बात कही जाती थी पर नोटबंदी के बाद लोगों को यह उम्मीद था कि अब फेक करेंसी पर रोक लग जाएगा. लेकिन आई एस आई के एजेंट की गिरफ्तारी और खुलासे ने सभी को चौंका दिया है. वहीं अगर खुफिया विभाग के आंकडों पर गौर किया जाए तो देश के कई राज्य में नोटबंदी के बाद लाखों रुपए की जाली नोट बरामद की गई है.
नेपाल की सीमा पर लगे सक्रिय खुफिया तंत्र से जुड़े सूत्रों की मानें तो बिहार में लगी नेपाल सीमा पर लगभग एक दर्जन से अत्यधिक ऐसे माडयूल्स काम कर रहे हैं. जिनका सीधा कलेक्शन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से है और इन लोगों का काम गांव के भोले भाले लड़कों को अपने जाल में फंसाते हुए इस काले धंधे में पैसे की लालच देकर नोटों की सप्लाई करते हैं.
सूत्रों के अनुसार बिहार बॉर्डर पर 100 से अधिक लड़कियों की टीम काम कर रही है, जो एसएसबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के टारगेट पर है. यही हाल यूपी में भी है एक दर्जन से अधिक बड़े गुर्गे ऐसे हैं, जो पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियों की जांच में भी काठमांडू के तराई इलाके में बने कुछ बेहद आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस में भारतीय और नेपाली दोनों तरह की नकली नोट की छपाई की बात आज से कुछ दिन पहले सामने आई थी. यहां से इन जाली नोटों को बिहार और नेपाल की खुली सीमा होने से आसानी से पूरे देश में इसे फैलाया जा सकता है.
खुफिया एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली थी कि असली दिखने वाले जाली नोट पाकिस्तान से छापकर लाए जाते हैं, लेकिन नेपाल में इन जाली नोटों की छपाई कोन कर रहा है. खुफिया एजेसियां इसकी जानकारी जुटाने में लगी हैं.