हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुरुवार (22 अगस्त) को पंचकूला की सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश होने के लिए पहुंचे। वह एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) भूमि आवंटन मामले और मानेसर भूमि घोटाला मामले में आरोपी हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा से एजेएल को एक भूखंड आवंटन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है।
पंचकुला स्थित यह भूखंड सेक्टर छह में सी-17 नंबर पर पंजीकृत है। इसे पिछले साल ईडी ने कुर्क कर लिया था। एजेएल को कथित तौर पर नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा संचालित किया जाता था। यह ग्रुप नेशनल हेराल्ड अखबार निकालता था।
एजेंसी ने कहा था कि 2005 में इस पुन: आवंटन से एजेएल को अनुचित फायदा हुआ। ईडी के मुताबिक, इस भूखंड का बाजार मूल्य 64.93 करोड़ रूपये था जबकि इसे हुड्डा को 69.39 लाख रूपये में आवंटित कर दिया था। हालांकि धनशोधन के मामले में ईडी द्वारा की गई पूछताछ को हुड्डा ने 'राजनीतिक बदले' की भावना से प्रेरित बताया था।
इधर, ईडी मानेसर में वरिष्ठ सरकारी पदाधिकारियों और नौकरशाहों की मिलीभगत से जमीन के “अवैध” अधिग्रहण से जुड़े धनशोधन मामले में करीब 67 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर चुका है। कुछ किसानों और भू-स्वामियों का आरोप है कि इस मामले में उनके साथ करीब 1500 करोड़ रुपये का धोखा हुआ। इस मामले में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक आरोपी हैं।