लाइव न्यूज़ :

भोपाल गैस कांड से बच गए लोगों पर अब कोविड-19 की मार, महामारी से 254 की इस साल मौत! अतिरिक्त मुआवजे की मांग

By विनीत कुमार | Updated: December 3, 2020 13:21 IST

मध्य प्रदेश सरकार के अनुसार भोपाल गैस त्रासदी में बच गए लोगों में से 102 की मौत कोरोना की वजह से हुई है। वहीं, अन्य एनजीओ और दूसरे संगठनों का दावा है कि 254 ऐसे लोगों की मौत कोरोना से हुई है जो भोपाल गैस कांड के भी शिकार रहे थे।

Open in App
ठळक मुद्देमध्य प्रदेश सरकार के अनुसार भोपाल गैस कांड के 102 सर्वाइवर की कोरोना से मौतअन्य संगठनों ने 254 लोगों की मौत का किया है दावा, 18 अक्टूबर तक के आंकड़ेकोरोना से भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित लोगों की मृत्यु दर अन्य लोगों से करीब 6.5 गुना ज्यादा

साल 1984, 2 और 3 दिसंबर की दरम्यानी रात। पूरा हिंदुस्तान नींद की आगोश में था लेकिन भोपाल वालों के लिए ये रात काटे नहीं कट रही थी। 2 दिसंबर की रात तो वे भी पूरे हिंदुस्तान के साथ सपनों के आगोश में गए थे लेकिन आधी रात के बाद जो मंजर भोपाल वालों ने देखा उसके बारे में तो उन्होंने सपने में भी कभी नहीं सोचा होगा। उस रात जो हुआ, उस कड़वी याद को शायद ही भुलाया जा सकेगा।

यूनियन कार्बाइड कीटनाशक संयंत्र से निकली जहरीली गैस के रिसाव ने हजारों की जान ले ली। हवा में जहर ऐसा घुला कि उसका दंश भोपाल में आज भी दूसरी ओर तीसरी पीढ़ी भुगत रही है। कितने हजार लोगों की उस घटना में मौत हुई और कितने लाख उससे प्रभावित हुए, घायल हुए, इसके आंकड़ो को लेकर अब भी तमाम दावे आते रहते हैं।

उस भयानक रात को बीते आज 36 साल हो गए हैं और उस घटना की बरसी पर एक आंकड़ा और आया है। 

मध्य प्रदेश सरकार ने 2 दिसंबर को बताया कि भोपाल गैस त्रासदी में बच गए लोगों में से 102 की मौत कोरोना की वजह से इस साल हो गई है। हालांकि, आंकड़ों को लेकर यहां भी मतभेद हैं। भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के लिए काम कर रहे संगठनों ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमण से भोपाल जिले में 18 अक्टूबर तक उस त्रासदी से बचे गए 254 लोगों की मौत हुई है।

यहां ये भी बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 18 अक्टूबर तक भोपाल जिले में कोरोना से 450 लोगों की मौत हुई है। यानी 450 में से 254 वे लोग हैं जो भोपाल गैस त्रासदी से किसी तरह बच निकले थे। जाहिर है इनमें कई लोग ऐसे होंगे जो लंबे इलाज के बाद उस त्रासदी के प्रभाव से उबरे होंगे।

इन संगठनों ने कहा है कि भोपाल में कोविड-19 से भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित लोगों की मृत्यु दर अन्य लोगों से करीब 6.5 गुना ज्यादा है। इसलिए कोरोना वायरस महामारी से साबित हुए दूरगामी शारीरिक क्षति के लिए यूनियन कार्बाइड और उसके वर्तमान मालिक डाव केमिकल अतिरिक्त मुआवजा दें।

भोपाल गैस पीड़ितों के हितों के लिये लंबे अरसे से काम करने वाले एक संगठन ‘भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन’ की सदस्य रचना ढींगरा ने कहा कि उनकी टीम ने मृतक लोगों के घर-घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की है और उनकी पहचान भोपाल गैस पीड़ित के रूप में की है। इससे जुड़े दस्तावेज भी अधिकारियों को को सौंपे गए हैं।

टॅग्स :भोपालकोरोना वायरस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतभयावह हादसे के चार दशक, नहीं सीखे सबक

भारतविश्वरंग 2025: प्रतिभागियों और दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों से जोड़ा

भारतकानून की पकड़ से बच नहीं सकेगा कोई भी अपराधी, सीएम मोहन यादव बोले-कानून सबके लिए

भारतपंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर भोपाल के कटारा-बर्रई में बनेगा बड़ा स्पोर्ट्स स्टेडियम : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

कारोबारहैदराबाद के निवेशकों के साथ जोड़ने आए हैं नई डोर, सीएम मोहन यादव बोले- 36,600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 27,800 रोजगार सृजित

भारत अधिक खबरें

भारतAadhaar Biometric Lock: स्कैमर्स कभी नहीं कर पाएंगे आधार कार्ड का मिस यूज, मिनटों में लॉक करें अपना आधार

भारतAdventure Tourism Summit 2025: एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम के लिए है कश्मीर, जानें क्या कुछ होगा खास

भारतबारिश की कमी से कश्मीर में गंभीर जलसंकट, सारा दारोमदार बर्फ पर टिका

भारतIndiGo Crisis: DGCA ने इंडिगो को भेजा नोटिस, प्लाइट्स कैंसिल का मांगा जवाब

भारतGoa Club fire: नाइट क्लब के ऑनर और मैनेजर के खिलाफ FIR दर्ज, अग्निकांड हादसे की जांच में जुटी पुलिस