भवानीपुर उपचुनाव: सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल, दांव लगा सकती है बीजेपी! जानिए इनके बारे में...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 9, 2021 19:44 IST2021-09-09T19:43:30+5:302021-09-09T19:44:47+5:30
Bhawanipur By Election 2021: पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट के अलावा समसेरगंज और जंगीरपुर में भी 30 सितंबर को ही चुनाव होगा।

भाजपा प्रियंका टिबरेवाल को अपना प्रत्याशी बना सकती है।
Bhawanipur By Election 2021: पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव हो रहा है। वाममोर्चा ने माकपा नेता श्रीजीब विश्वास को प्रत्याशी बनाया है।
भवानीपुर उपचुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने का वादा करने के एक दिन बाद कांग्रेस ने मंगलवार को अपने रुख पर यू-टर्न ले लिया और कहा कि पार्टी तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के खिलाफ किसी को खड़ा नहीं करेगी।
इन सबसे बीच भाजपा प्रत्याशी को लेकर चर्चा तेज है। भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। चर्चा है कि भाजपा प्रियंका टिबरेवाल को अपना प्रत्याशी बना सकती है। प्रियंका टिबरेवाल भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की सलाह पर प्रियंका 2014 में भाजपा में शामिल हुई थीं। आपको बता दें कि प्रियंका टिबरेवाल 2021 विधानसभा चुनाव एंटली से लड़ा था, लेकिन भाजपा नेता को टीएमसी के स्वर्ण साहा से 58,257 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। वकील प्रियंका पर भाजपा दांव खेल सकती हैं।
2020 में प्रियंका टिबरेवाल को भाजपा ने भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया था। प्रियंका टिबरेवाल का जन्म 1981 को कोलकाता में हुआ था। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की। 2007 में कोलकाता विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल कीं।
प्रियंका टिबरेवाल ने हमेशा ही सीएम ममता पर हमला किया है। प्रियंका ने कहा कि सीएम ने सोचा था कि वह दो सीटों पर चुनाव लड़ेंगीं। ममता बनर्जी ने डर कर नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया, जहां भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने हरा दिया।
पश्चिम बंगाल के मंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने शुक्रवार को भवानीपुर विधानसभा सीट से विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के लिये अपने पुराने गढ़ से उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पूर्व में भवानीपुर सीट से दो बार चुनाव जीतीं है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव उन्होंने नंदीग्राम से चुनाव लड़कर शुभेंदु अधिकारी को चुनौती देने का फैसला किया था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भवानीपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने इस सीट से विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया था जिससे यह सीट रिक्त हो गई थी और इस सीट से बनर्जी के चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया था।
मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए यह उपचुनाव जीतना जरूरी होगा। इन तीनों सीटों पर मतदान की अधिसूचना छह सितंबर को जारी की गयी है और नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, "हम एक उम्मीदवार को मैदान में उतारेंगे क्योंकि टीएमसी और भाजपा के खिलाफ एक विकल्प की जरूरत है। हम कांग्रेस को अपना फैसला बदलने के लिए नहीं कह सकते।"