कोलकाताः पश्चिम बंगाल में राजनीति हलचल तेज हो गई है। टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आज दोहरा झटका लगा है। बंगाल मे 2021 में चुनाव है। वरिष्ठ मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा और टीएमसी में टक्कर होने की उम्मीद है। सुवेन्दु अधिकारी ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। वहीं तृणमूल कांग्रेस के नाराज कूचबिहार दक्षिण से विधायक मिहिर गोस्वामी भाजपा सांसद के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुवेन्दु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री के पद से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया।
अधिकारी ने परिवहन और सिंचाई मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया है, लेकिन तृणमूल विधायक बने हुए हैं, क्योंकि उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। सीएम ममता के लिए बड़ा झटका है। नंदीग्राम से विधायक पिछले दो से तीन महीनों से नाराज चल रहे थे। उन्होंने पार्टी और कैबिनेट की बैठक में जाना छोड़ दिया था। उनकी कई रैलियों में, मुख्यमंत्री या कोई तृणमूल ध्वज, बैनर या चित्र नहीं लगे थे।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसके बारे में कभी बात नहीं की है, लेकिन बनर्जी के भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी को दी गई प्रमुखता से दुखी थे। हाल ही में एक सार्वजनिक बैठक में उन्होंने कहा, "मैं पैराशूट या लिफ्ट से नहीं पहुंचा हूं, मैं सीढ़ियों पर चढ़कर जहां मैं पहुंचा हूं, वहां पहुंचा हूं।"
अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा फैक्स के जरिए भेजा
अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा फैक्स के जरिए भेजा और उसे राज्यपाल जगदीप धनखड को भी ईमेल कर दिया। राज्यपाल ने ट्वीट किया,‘‘ आज 1:05 बजे मंत्री सुवेन्दु अधिकारी का इस्तीफा,जिसे मुख्यमंत्री को संबोधित किया गया था, मुझे भेजा गया। मुद्दे को संवैधानिक दृष्टिकोण से हल किया जाएगा।’’
तृणमूल कांग्रेस के विधायक मिहिर गोस्वामी शुक्रवार को भाजपा सांसद निशित प्रमाणिक के साथ नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। आज शाम दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। गोस्वामी ने पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस के प्रति नाराजगी जाहिर की थी। गोस्वामी को शुक्रवार सुबह प्रमाणिक के साथ नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। प्रदेश भाजपा सूत्रों के मुताबिक, गोस्वामी शाम में भगवा खेमे में शामिल हो सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने इस घटनाक्रम पर कुछ बोलने से इनकार कर दिया
तृणमूल कांग्रेस ने इस घटनाक्रम पर कुछ बोलने से इनकार कर दिया। गोस्वामी से भी संपर्क नहीं हो पाया। तृणमूल कांग्रेस के नेता रवींद्रनाथ घोष ने दो दिन पहले गोस्वामी से मुलाकात की थी। गोस्वामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी में उनके लिए बने रहना अब कठिन होगा क्योंकि वह और ‘‘अपमान’’ नहीं चाहते हैं।
कूचबिहार दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस के विधायक गोस्वामी ने अक्टूबर में प्रमाणिक से मुलाकात की थी जिसके बाद उनके अगले कदम को लेकर चर्चा शुरू हो गयी थी। गोस्वामी ने कई मौकों पर कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जुड़ाव के कारण ‘‘अपमान’’ झेलने के बावजूद वह पार्टी में बने रहे। गोस्वामी ने बृहस्पतिवार को फेसबुक पर बांग्ला में एक पोस्ट में कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस से 22 साल के जुड़ाव के बाद पार्टी में अब बने रहना मेरे लिए कठिन हो गया है।’’ तृणमूल कांग्रेस ने उनको मनाने के लिए पिछले कुछ दिनों में काफी प्रयास किए।