पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 'भारत माता पूजा' करने से प्रशासन ने रोक दिया। इसके बाद BJP के युवा विंग के कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच झड़प हो गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने 26 जनवरी को ‘भारत माता’ पूजन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया था। इस अवसर पर पूरे बंगाल के विभिन्न इलाके में ‘भारत माता’ की मूर्ति और चित्र का पूजन किए जाने और प्रजातंत्र की रक्षा की शपथ लेने का निर्णय हुआ था। इसी के तहत हावड़ा में एक कार्यक्रम को आयोजन किया गया था। आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख विप्लव राय ने मीडिया को बताया कि भारत माता के रूप में अवनींद्रनाथ ठाकुर द्वारा बनायी गयी भारत माता की तस्वीर का पूजन किया गया।
पूजन के अवसर पर बंगाल में गणतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया गया और जगह-जगह रैली व जुलूस भी निकाले गए। उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध चित्रकार अवनींद्रनाथ ठाकुर ने 1905 में सर्वप्रथम भारत माता का चित्र बनाया था। हिंदू देवी की शैली में भारत माता या मदर इंडिया की पहली पेंटिंग थी, जिसका सचित्र चित्रण किया गया था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा देने में भारत माता के चित्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह से विरोधी दलों के समर्थकों के प्रजात्रांतिक अधिकारों का हनन हो रहा है। सत्तारूढ़ दल द्वारा वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टीकरण की नीति अपनायी जा रही है और एक विशेष संप्रदाय के लोगों को विशेष संरक्षण दिया जा रहा है।