बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने न्यायालय की अवमानना के लिए दोषी ठहराए गए प्रशांत भूषण का किया समर्थन 

By भाषा | Updated: August 19, 2020 05:30 IST2020-08-19T05:30:14+5:302020-08-19T05:30:14+5:30

बीएआई की कार्यकारी समिति ने कहा, ‘‘वह भूषण से संबंधित मामले में कानूनी पेशे के एक सदस्य के खिलाफ भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वत: अवमानना कार्यवाही के तरीके से निराश और चिंतित है।’’ 

Bar Association of India comes out in support of Prashant Bhushan | बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने न्यायालय की अवमानना के लिए दोषी ठहराए गए प्रशांत भूषण का किया समर्थन 

फाइल फोटो

Highlightsबीएआई ने न्यायालय की अवमानना के लिए दोषी ठहराये गये अधिवक्ता प्रशांत भूषण का समर्थन किया है।उसने कहा कि कहा कि ऐसे समय में जब नागरिक बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो आलोचनाओं से नाराज होने की जगह उनकी अनुमति देने से उच्चतम न्यायालय का कद बढ़ेगा।

नई दिल्लीः बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) ने न्यायालय की अवमानना के लिए दोषी ठहराये गये अधिवक्ता प्रशांत भूषण का समर्थन करते हुए मंगलवार को कहा कि ऐसे समय में जब नागरिक बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो आलोचनाओं से नाराज होने की जगह उनकी अनुमति देने से उच्चतम न्यायालय का कद बढ़ेगा। 

बीएआई की कार्यकारी समिति ने कहा, ‘‘वह भूषण से संबंधित मामले में कानूनी पेशे के एक सदस्य के खिलाफ भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वत: अवमानना कार्यवाही के तरीके से निराश और चिंतित है।’’ 

न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने अधिवक्ता प्रशांत भूषण को न्यायपालिका के खिलाफ उनके दो अपमानजनक ट्वीट को लेकर न्यायालय की अवमानना के लिये 14 अगस्त को दोषी ठहराया था। 

न्यायालय की अवमानना के इस मामले में अवमाननाकर्ता को अधिकतम छह महीने की साधारण कैद या दो हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है। न्यायालय की अवमानना के अपराध में भूषण की सजा के बारे में 20 अगस्त को बहस सुनेगा। 

बीएआई ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत के सर्वोच्च न्यायालय की प्रतिष्ठा को दो 'ट्वीट' के द्वारा धूमिल नहीं किया जा सकता है। ऐसे समय में जब नागरिक बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो आलोचनाओं से नाराज होने की बजाय उनकी अनुमति देने से उच्चतम न्यायालय का कद बढ़ेगा।’’ 

बीएआई के अलावा कई प्रतिष्ठित वकीलों ने भी भूषण का समर्थन किया है। कई पूर्व न्यायाधीश, कार्यकर्ता और वकील भूषण के समर्थन में बयान जारी कर चुके हैं।

Web Title: Bar Association of India comes out in support of Prashant Bhushan

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