बलरामपुर: शव को कूड़ा गाड़ी में रखकर ले गई पुलिस, VIDEO वायरल होने के बाद तीन पुलिसवाले समेत सात निलंबित
By भाषा | Updated: June 12, 2020 04:41 IST2020-06-12T04:41:49+5:302020-06-12T04:41:49+5:30
सादुल्ला नगर थाना क्षेत्र में रहने वाला एक व्यक्ति किसी काम से उतरौला तहसील आया था।तहसील गेट पर अचानक वह गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व्यक्ति के शव को नगरपालिका की कूड़ा गाड़ी पर लाद कर कोतवाली ले आई। जिस समय शव को कूड़ा गाड़ी में लादा जा रहा था, उस समय कस्बा चौकी प्रभारी और एक अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।

जिस समय शव को कूड़ा गाड़ी में लादा जा रहा था, उस समय कस्बा चौकी प्रभारी और एक अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।
बलरामपुर: उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के उतरौला कस्बे में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना में एक व्यक्ति का शव नगरपालिका की कूड़ा गाड़ी में लादकर ले जाया गया। इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों समेत सात कर्मचारियों को निलंबित कर मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को सादुल्ला नगर थाना क्षेत्र में रहने वाला एक व्यक्ति किसी काम से उतरौला तहसील आया था।तहसील गेट पर अचानक वह गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व्यक्ति के शव को नगरपालिका की कूड़ा गाड़ी पर लाद कर कोतवाली ले आई। जिस समय शव को कूड़ा गाड़ी में लादा जा रहा था, उस समय कस्बा चौकी प्रभारी और एक अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।
उधर, मामले को तूल पकड़ता देख जिला प्रशासन ने उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी की टीम बनाकर जांच के आदेश दिए हैं। इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना में एसपी ने पुलिस चौकी प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। नगर पालिका प्रशासन ने भी इस मामले में अपने चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
उधर, पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के कथित मरीजों के क्षतविक्षत शवों को अंतिम संस्कार के लिए कोलकाता के नगर निकाय द्वारा वाहन में रखते हुए दिखाना वाला वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। परंतु, अधिकारियों ने इस वीडियो को फर्जी बताया।
वीडियो में गरिया इलाके के लोगों का विरोध भी दिखाया गया है जो दावा कर रहे हैं कि ये शव कोरोना वायरस के मरीजों के हैं। यह घटना भी कथित रूप से इसी इलाके की है। यह घटना कथित रूप से इसी इलाके में हुई। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो पर चिंता जाहिर की और राज्य के गृह सचिव से घटना के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी।
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग और कोलकाता की पुलिस ने वीडियो को फर्जी बताया है और कहा कि वे एक अस्पताल के मुर्दाघर के लवारिस शव थे। विपक्षी माकपा और भाजपा ने भी सरकार की आलोचना की है और आरोप लगाया है कि वीडियो इस बात का सबूत है कि टीएमसी सरकार कोविड-19 से होने वाली मौतों की सटीक संख्या को छुपा रही है।