संसद में आजम की टिप्पणी की ‘‘अनदेखी नहीं की जा सकती और यह निंदनीय है, इस पर कड़ी कार्रवाई होः लोजपा
By भाषा | Published: July 27, 2019 04:01 PM2019-07-27T16:01:24+5:302019-07-27T16:01:24+5:30
लोजपा ने मांग की है कि यदि वह (आजम) माफी नहीं मांगते तो लोकसभाध्यक्ष को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। लोजपा सांसद वीणा देवी ने पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा कि सदन में खां की टिप्पणी की ‘‘अनदेखी नहीं की जा सकती और यह अत्यंत निंदनीय है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने शनिवार को कहा कि रमा देवी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खां के विरुद्ध लोकसभा की ओर से अभी तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी।
लोजपा ने मांग की है कि यदि वह (आजम) माफी नहीं मांगते तो लोकसभाध्यक्ष को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। लोजपा सांसद वीणा देवी ने पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा कि सदन में खां की टिप्पणी की ‘‘अनदेखी नहीं की जा सकती और यह अत्यंत निंदनीय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आजम खां के खिलाफ अभी तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। लोकसभाध्यक्ष को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यदि वह माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।’’ लोकसभा सदस्यों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए शुक्रवार को मांग की थी कि खां के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए जो कि नजीर बने।
लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने खां की पार्टी को सूचित किया है कि उन्हें माफी मांगनी होगी नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आजम खान के खिलाफ लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है। 14 अप्रैल को शाहबाद में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खान के समर्थन में जनसभा की थी। इस सभा में संबोधन के दौरान आजम खान ने भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी।
आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के कपड़ों पर बेहद अशोभनीय टिप्पणी की थी। आजम खान ने रैली में कहा था, "जिसको हम ऊंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिससे अपने इलाके का प्रतिनिधित्व कराया...उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके..." बता दें कि बीजेपी नेता जया प्रदा 2004 और 2009 में सपा के टिकट पर रामपुर से सांसद रह चुकी हैं। 2010 में पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था।
आजम खान के इस बयान पर बीजेपी ने सख्त प्रतिक्रिया दी थी और इसे राजनीतिक पतन की पराकाष्ठा करार दिया था। बीजेपी ने कहा था ये समाजवादी पार्टी का असली चेहरा है।
इस बयान को लेकर काफी बवाल मचा। देश भर में चौतरफा निंदा के बाद महिला आयोग ने भी आजम खान को नोटिस जारी किया था और सफाई देने को कहा था। स्थानीय प्रशासन ने भी इसका संज्ञान लिया था और मजिस्ट्रेट महेश कुमार गुप्ता ने शाहबाद कोतवाली में आजम खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अब इस मामले में शाहबाद पुलिस ने आजम खान के खिलाफ न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।