तिरुवनंतपुरम, एक दिसंबर केरल के सुदूर आदिवासी क्षेत्र अत्तापड़ी में तीन नवजातों की मौत की खबर आने के कुछ ही दिन बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में आवेदन देकर मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और विस्तृत जांच करने का अनुरोध किया गया है।
कोच्चि के आरटीआई कार्यकर्ता के. गोविंदन नम्बूदरी ने राष्ट्रीय अधिकार एजेंसी में शिकायत दर्ज करा कर सरकार द्वारा क्षेत्र में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चलाए जा रहे ‘‘करोड़ों रुपये के स्वास्थ्य एवं कल्याण योजनाओं’’ के क्रियान्वयन में कमी का आरोप लगाया है।
उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में विभिन्न विकास और कल्याणकारी योजनाओं के लिए आवंटित निधि के सोशल ऑडिट की भी मांग की।
कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ढुलमुल रवैया और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में राज्य के स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभागों के बीच समन्वय की कमी मौजूदा हादसे के लिए जिम्मेदार है।
नम्बूदरी ने कहा, ‘‘नवजातों की मृत्यु की बढ़ती घटनाएं केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा लागू की जा रही योजनाओं के प्रभाव और क्षमता पर सवाल खड़े करती हैं।
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