असम: पूर्व सासंद बोरा ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, TMC में शामिल, कहा-भाजपा का मुकाबला करने के बजाय आपस में लड़ रहे...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: April 17, 2022 18:18 IST2022-04-17T17:25:57+5:302022-04-17T18:18:19+5:30
रिपुन बोरा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए हैं।

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद और शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।
गुवाहाटीः कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने इस्तीफा दे दिया है। सोनिया गांधी को संबोधित एक पत्र में बोरा ने कहा कि भाजपा से लड़ने के बजाय पार्टी के नेता अपने निहित स्वार्थों के लिए एक-दूसरे से लड़ने में व्यस्त हैं। बोरा रविवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए।
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद और शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया था। टीएमसी ने ट्वीट कर बोरा का स्वागत किया और कहा कि पूर्व पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री, असम में शिक्षा मंत्री, पूर्व राज्यसभा सांसद और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है! वह अभिषेक बनर्जी की उपस्थिति में शामिल हुए।"
Congress leader Ripun Bora tenders his resignation from the party. pic.twitter.com/wH8BGJYKWe
— ANI (@ANI) April 17, 2022
असम में विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में बोरा ने हाल ही में राज्यसभा का चुनाव लड़ा था और असफल रहे थे। बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी में बोरा का स्वागत किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘तृणमूल कांग्रेस परिवार में शामिल हुए दिग्गज और कुशल राजनेता रिपुन बोरा का बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। हम आपको अपने साथ पाकर बेहद खुश हैं और अपने लोगों की भलाई के लिए एकसाथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’
Delighted to welcome Shri @ripunbora, Former Minister of Panchayat & Rural Development, Minister of Education in Assam, former
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) April 17, 2022
Rajya Sabha MP & former President of Assam Pradesh Congress committee!
He joined us today in the presence of Shri @abhishekaitc. pic.twitter.com/ewhzXmafzH
भाजपा के उदय पर चिंता व्यक्त करते हुए बोरा ने भगवा पार्टी को सांप्रदायिक और विभाजनकारी ताकतों का प्रतीक बताया और देश भर में इसके विकास को भारत के लोकतंत्र, संविधान और धर्मनिरपेक्षता और अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा बताया। बोरा हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में अपनी हार के बाद तृणमूल कांग्रेस टीएमसी में शामिल होंगे।
रिपुन बोरा ने कहा कि महत्वपूर्ण मोड़ पर भाजपा को रोकने के लिए एकजुट और आक्रामक तरीके से लड़ने के बजाय, पुरानी पार्टी के नेता अपने निहित स्वार्थों के लिए एक-दूसरे से लड़ रहे हैं। बोरा 1976 से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और उन्होंने विभिन्न क्षमताओं में भव्य पुरानी पार्टी की सेवा की है।
उन्होंने लिखा, ''मैडम, मुझे बेहद दुख और अफसोस के साथ आपको बताना पड़ रहा है कि कड़ी मेहनत के बावजूद हम भाजपा तथा आरएसएस द्वारा की गई विभाजनकारी और सांप्रदायिक राजनीति का मुकाबला नहीं कर पाए।''
गोहपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार तथा मौजूदा विधायक उत्पल बोरा के हाथों 29,294 मतों से हार का सामना करने वाले बोरा ने कहा कि वह तमाम कोशिशों के बावजूद असम इकाई के अध्यक्ष के रूप में बीते चार साल में पार्टी को पुनर्जीवित नहीं कर पाए।