टीकाकरण अभियान को लेकर हंगामे के बाद असम विधानसभा स्थगित
By भाषा | Updated: July 16, 2021 17:35 IST2021-07-16T17:35:42+5:302021-07-16T17:35:42+5:30

टीकाकरण अभियान को लेकर हंगामे के बाद असम विधानसभा स्थगित
गुवाहाटी, 16 जुलाई असम में कोविड-19 टीकाकरण अभियान को लेकर राज्य विधानसभा में शुक्रवार को हंगामा हुआ जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत डैमरी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
चर्चा के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री केशव महंत ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम सुचारू रूप से चल रहा है लेकिन विपक्षी कांग्रेस ने इसे अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाए कि राज्य में टीके की कमी है और उन्होंने नारे लगाए, ‘हमें टीका चाहिए।’
डैमरी ने सदन की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे तक स्थगित कर दी क्योंकि भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने सदन के अंदर हंगामा किया।
विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया ने दावा किया कि टीकाकरण जिस गति से चल रहा है उससे राज्य के सभी पात्र लाभार्थियों को टीका लगाने में 18 महीने लग जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार कहती है कि जून से राज्य में तीन हजार टीकाकरण केंद्र हैं लेकिन शिविरों में टीके की अनुपलब्धता से लोग निराश हैं।’’
प्रश्नकाल के दौरान सैकिया को जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी तक 30 फीसदी पात्र लोगों का टीकाकरण हो गया है और सात फीसदी लाभार्थियों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी है।
टीके की दोनों खुराक प्राप्त करने वाले लोगों की कम दर पर कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को दोनों खुराक के बीच तय समय तक इंतजार करना होगा। सरकार अपनी इच्छा के मुताबिक प्रक्रिया को तेज नहीं कर सकती है। अगर लोग खुराक का इंतजार करते हैं तो सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है लेकिन यहां यह मामला नहीं है।’’
महंत ने कहा कि केंद्र सरकार से राज्य को अभी तक 85 लाख टीके प्राप्त हुए हैं।
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