गुवाहाटी, 29 जून असम सरकार द्वारा संचालित गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में रात में डॉक्टरों के ड्यूटी पर मौजूद नहीं होने के आरोपों के बीच पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 12 रोगियों की मौत हो चुकी है।
जीएमसीएच के अधीक्षक अभिजीत सरमा ने मंगलवार को कहा कि 12 में से नौ रोगी आईसीयू में जबकि तीन वार्ड में थे और उनका ऑक्सीजन संतृप्ति (सेच्युरेशन) स्तर 90 प्रतिशत से नीचे चला गया था।
कोविड-19 के अन्य रोगियों तथा मृतकों के परिवारों के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि रात्रि पाली में अकसर डॉक्टर नदारद रहते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने बीती देर रात हालात का जायजा लेने के लिये अस्पताल का दौरा किया और इस मामले पर चर्चा के लिये मंगलवार शाम जीएमसीएच में वरिष्ठ डॉक्टरों की बैठक बुलाई।
सरमा ने कहा कि आईसीयू में भर्ती रोगी एक से अधिक बीमारी से पीड़ित थे और उनकी हालत नाजुक थी। उन्हें अस्पताल देर से लाया गया। अस्पताल लाए जाने से पहले ही उनका ऑक्सीजन सेच्युरेशन स्तर काफी नीचे गिर चुका था। ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे जाने पर भी उनका ऑक्सीजन स्तर 90 प्रतिशत से अधिक नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि इनमें से किसी भी व्यक्ति ने कोविड-19 टीके की पहली खुराक तक नहीं ली थी। मंत्री ने लोगों से टीका लगवाने की अपील की। अस्पातल में अब भी कोविड-19 के करीब 200 मरीज भर्ती हैं।
असम में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 25,043 है। संक्रमण दर 2.01 प्रतिशत जबकि मृत्युदर 0.89 प्रतिशत है। संक्रमण से उबरने की दर 93.87 प्रतिशत है।
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